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आध्यात्मिकता के रंग में रंगे शौर्य प्रदर्शन का त्यौहार होला मोहल्ला

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गुरु गोविंद सिंह जी ने किया " होला मोहल्ला " का आयोजन प्रारंभ देवेंद्र पाल सिंह बग्गा होली का त्यौहार भारत का प्राचीन त्यौहार है जो देश में प्रेम, उल्लास, सौहार्द और समरसता के पर्व के रूप में मनाया जाता है। सत्य और धर्म की विजय के रूप में होलिका दहन का यह त्योहार होली के रूप में पिछले हजारों वर्षों से मनाया जा रहा है । आस्था से जुड़े लोग एक दूसरे पर रंग लगाकर हर्ष व प्रसन्नता का प्रदर्शन करते हैं। परंतु वर्तमान में, पिछले कुछ दशकों से इस त्यौहार का स्वरूप विकृत हो चुका है। जनसाधारण एक दूसरे पर रंगों के साथ गंदगी, कीचड़, गोबर तथा अन्य रासायनिक व हानिकारक पदार्थ भी फेंकने लगे हैं। हर्षगीतों के स्थान पर अश्लील व फूहड गीतों का प्रचलन सा हो गया है।  सिक्ख धर्म एक आधुनिक एवं विलक्षण धर्म है।  सिक्खों की पहचान, उनका स्वरूप, उनकी वेशभूषा एवं उनका रहन-सहन दूसरों से भिन्न है, वहीं उनके त्यौहार भी कुछ भिन्नता लिए हुए हैं । यद्यपि सिक्ख समुदाय के लोग विश्व में जहां भी रह रहे हैं, वहां के परिवेश में घुल-मिल कर, स्थानीय लोगों के  समारोहों में भाग लेकर पूर्ण सहयोग प्रदान करते हैं। परंतु इन

लोकतांत्रिक व्यवस्था की मर्यादा तोड़ दी भाजपा ने -अखिलेश यादव

झूठ को सौ बार दुहराओं ताकि वह लोगों को सच लगने लगे? सुजाता  आज जिस प्रकार संविधान पर हमले हो रहे हैं, नेताओं पर झूठे मुकदमों और जांच एजेंसियों के छापे के बाद अब शारीरिक हमले तक हो रहे हैं, ये भाजपा की राजनीतिक कुत्सित इरादे का प रिणाम है। दूसरों पर सिंडीकेट से संचालित होने का आरोप लगाने वाले लोग वास्तव में ‘संघीकेट‘ से संचालित हैं।  नाजी प्रचार का मूल सिद्धांत था कि झूठ को सौ बार दुहराओं ताकि वह लोगों को सच लगने लगे, इसे भाजपा नेतृत्व और सरकार ने अक्षरशः पालन करने का मन बना लिया है।  चार साल के षासन काल में भाजपा सरकार ने प्रदेश में विकास की गति अवरूद्ध करने के अलावा कोई काम नहीं किया है। पिछली सरकार के कामों को कोसना और फिर उन्हीं के कामों को अपना बताकर खुद ही अपनी प्रशंसा करने लगना मुख्यमंत्री जी का मुख्य करतब रहा है। इसे वे अपनी सफलता भी मानते हैं।  दरअसल, भाजपा के लिए सिर्फ येनकेन प्रकारेण चुनाव जीतना मुद्दा रहता है, जनस्वास्थ्य, शिक्षा या रोजगार नहीं। एक उदाहरण, बदायूं में समाजवादी पार्टी के समय बनना शुरू हुए मेडिकल कालेज का काम भाजपा सरकार के चार साल के कार्यकाल में पूरा नहीं हो

गरीब पर सरकारी मार भारी पड़ रही -अखिलेश यादव

  भाजपा का चरित्र, चाल और चेहरा सभी की पहचान में आ गया -अखिलेश यादव सुजाता   लखनऊ।  समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश होने लगा है। प्रभावित करने के लिए तथाकथित योजनाओं का जनसामान्य पर अब उसका कोई असर नहीं होने वाला है। 2022 से पहले समय रहते भाजपा का चरित्र, चाल और चेहरा सभी की पहचान में आ गया है। भाजपा सरकार में कन्या विवाह योजना का बड़ा-बड़ा विज्ञापन छपवाया जाता है। अखबारों में खबरें और चित्र खूब छप जाती है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आवेदन के बाद अनुदान के लिए गरीब माता-पिता 3 सालों से भटक रहे हैं। दफ्तरों में उलझी फाइल, कर्ज तले बिखर रहा गरीब का संसार। अकेले आगरा जिले में 600 से ज्यादा परिवारों का कन्या विवाह योजना का अनुदान रूका हुआ है। गरीब पर सरकारी मार भारी पड़ रही है। प्राइमरी शिक्षा व्यवस्था का भी भाजपा राज में बुरा हाल है। शिक्षकों की भर्ती लगातार विवाद का विषय रही है। इन दिनों शिक्षकों को स्कूल के भवन निर्माण, मिड-डे मील आदि की व्यवस्था से भी जोड़ दिया गया है। एक शिक्षक के पास 10-10 स्कूल

प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं

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निःशुल्क बैग के साथ मास्क पाकर चहके बच्चे बच्छराज सिंह मौर्य  फतेहपुर। कंपोजिट  विद्यालय भगवंतपुर  मे बच्चों को निशुल्क बैग व मास्क वितरित किया गया l गंगा बचाओ सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद शरन सिंपल व  समाजसेवी अरुण जायसवाल ने  कंपोजिट स्कूल भगवंतपुर में बच्चों को निःशुल्क बैग व मास्क  वितरित किया। गंगा बचाओ सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र शरन सिंपल ने कहा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं है, परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के बच्चे निश्चित ही विद्यालय, गांव व जनपद का नाम रोशन करने की काबिलियत  रखते हैं, जरूरत मात्र इनके उचित मार्गदर्शन की है। समाजसेवी अरुण जयसवाल एडवोकेट ने विद्यालय के भौतिक परिवेश पर संतोष जताया और विद्यालय के बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।  इस अवसर पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक रवींंद्र प्रताप  सिंह, रानी देवी पांडेय, अजय सिंह, लक्ष्मी आनंद, अंशिका देवी, अर्चना मिश्रा, आत्मानंद, अग्निहोत्री, मीना कुमारी, माया देवी, मनोरमा देवी, मुन्नी देवी सहित अभिभावक व विद्यालय के बच्चे मौजूद रहे।

अपना सामान वापस पाकर खिल उठे चेहरे

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आभूषण और कपड़ो से भरा बैग खोजकर दम्पत्ति को किया वापस रवि मौर्य  अयोध्या। मोटर साईकल से जा रहे दम्पत्ति का आभूषण और कपड़ो से भरा बैग कहीं गिर गया जिसे थाना तारुन के रामपुरभगन पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों ने ढूढ कर किया वापस किया। अपना सामान वापस पाकर खिल उठे चेहरे।  मायका भिटी से ससुराल बीकापुर जा रही महिला का लापता हुए बैग को जनपद-अयोध्या के थाना-तारुन के चौकी प्रभारी रामपुरभगन रणजीत यादव मय हमराह सिपाही प्रभाकर व मोहित सिंह ने तत्परता दिखाते हुए बैग खोजकर किया वापस। महिला ने बताया कि बैग में कीमती चैन, पायल, साडी  आदि समान था। महिला ने थाना तारुन की पुलिस को धन्यवाद दिया।

किसान आंदोलन या राजनीतिक आंदोलन?

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आज किसान आंदोलन एक राजनीतिक आंदोलन के तौर पर अब अपनी आगे की राह तलाश रहा? प्रकाश शुक्ला जहाँ देश एक ओर करोना के बाद आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिशो मे लगा है वही दूसरी ओर आन्दोलन की आग उसे पीछे खींच रही है आज किसान आंदोलन एक राजनीतिक आंदोलन के तौर पर अब अपनी आगे की राह तलाश रहा है।  यह आंदोलन विशुद्ध तौर पर राजनीतिक आंदोलन बन गया है। अब जितने दिन और चलेगा इसमें हिंसा बढ़ने की आशंका को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है। राकेश टिकैत की भावुक अपील और उसके बाद के घटनाक्रम ने आंदोलन और उसके साथ-साथ चलने वाली विपक्ष की राजनीति को भी साफ कर दिया है। जो अब तक पर्दे के पीछे था, वह आगे आ चुका है।  यह कोई छिपी बात नहीं है कि लाल किले पर जमा हुए उपद्रवियों में कांग्रेसी और आप के समर्थक भी शामिल थे। दीप सिद्धू के साथ जो दूसरा व्यक्ति था, उसकी तस्वीरें सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा के साथ देखी जा सकती हैं। कांग्रेस, सपा, बसपा, रालोद और वामपंथियों के साथ ही तमाम विपक्षी पार्टियां इस आंदोलन के जरिए अपना-अपना हित साधना चाहती हैं। ये ही वजह है कि रालोद के जयंत चौधरी गाजीपुर बॉर्डर पहु

यह तो बस वह भूखा ही बता सकता है कि..

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.. जिसको भूख लगी हो और उसे खाना मिल जाये? किशोर मोहन गुप्ता  कानपुर। अध्यक्ष सुभाश चन्द्र गुप्ता की अध्यक्षता में फूलबाग स्थित खादी आश्रम के निकट ओम फोटो के सामने भण्डारा पूड़ी सब्जी का वितरण किया गया।  दि माल रोड मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में  अध्यक्ष सुभाष चन्द्र गुप्ता ने बताया कि यह जनसेवा का कार्य वह पिछले 16 वर्षों से प्रत्येक वर्ष के प्रथम माह में करते आ रहे है ।  इस हडकपाऊ सर्दी में जहाँ सूर्य देव के दर्षन नहीं हो रहे है कोहरे की धून्ध से आँखो के सामने कुछ दिखाई नहीं देता है ऐसे में गर्मागर्म पूड़ी सब्जी वितरण कार्यक्रम में राहगीर क्षेत्रीय नागरिक एवं व्यापारियों ने गर्मागर्म पूड़ी सब्जी का स्वाद चखा।  हडकपाऊ ठण्ड में व्यापारियों ने किया भण्डारा हमारा व्यापार मण्डल किसी राजनीतिक दल को सपोर्ट नहीं करता है हमारा सिर्फ जनसेवा का उद्देश्य रहता है और सामाजिक कार्यों में हमारा व्यापार मण्डल बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेता है। अपने लिए जिये तो वह इंसान है और दूसरो के लिए जो जिये वह महान है। युवा नेता शिवम गुप्ता ने कहा कि गरीबों को भोजन वितरित करके मन में खुशी मिलती है। क्योंकि एक भूखे पेट को

कबीरुद्दीनपुर गांव आज एक बार फिर से सूर्खियों

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गांव की बेटी ने किया गौर्वांवित:-जगदीश राय जिले की बेटी महिमा को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में मिला दाखिला, बधाई देने वालों का लगा तांता सुजाता मौर्य   जौनपुर। जिले के धर्मापुर विकास खंड का कबीरुद्दीनपुर गांव आज एक बार फिर से सूर्खियों में आ गया , जब गांव के मूल निवासी राजेश विश्वकर्मा की बेटी महिमा विश्वकर्मा का दाखिला इग्लैंड की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ। जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर आजमगढ़ रोड पर स्थित यह गांव पहली बार तब खबरों में आया था, जब इस गांव के मूल निवासी जगदीश नारायण राय ने प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद संभाला था,आज इसी गांव की बेटी महिमा को आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला मिला तो गांव तथा जनपद के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। महिमा आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से बायो मेडिकल साइंस की पढ़ाई करेंगी। महिमा के पिता राजेश लंदन में फर्नीचर का कारोबार करते हैं। बेटी का आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलने की जानकारी राजेश ने यहां गांव में रह रहे अपने छोटे भाई दिनेश को फोन पर दी । इस खबर से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। गांव निवासी पूर्व कैबिनेट मंत्री जगदीश नारायण

प्रदेश सरकार कर रही है 50 के पार सरकारी कर्मचारियो की स्कूटनिंग का मामला

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अब कोई संगठन प्रदेश मे कर्मचारियों के हक की लडाई लडने वाला दिख नहीं रहा -शशि कुमार मिश्रा मनोज मौर्य  लखनऊ। प्रदेश के स्थानीय निकाय कर्मचारी साथियों,मित्रों, वर्तमान समय मे सोशल मीडिया, तमाम आदेशों ,विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से आप सभी अवगत हो रहे होगे कि फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार 50 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के बाद कर्मचारियों की सेवाओं का स्कूटनिंग कमेटियां बना कर आप की निष्ठा, ईमानदारी, कार्यों के प्रति कार्यपद्धति आदि की जांच की जा रही, वहीं 6 माह मे विभिन्न विभागों मे वर्तमान रिक्त पदों पर नयी नियुक्ति की भी घोषणा की गयीं है,यह तो समय ही बताएगा कि रिक्तियों पर कितना अमल होगा। साथ ही विभिन्न संम्वर्गो की वेतन विसंगतियों, दैनिक वेतन, संविदा तथा वर्षों वर्षों से आऊटसोर्सिंग पर कार्यरत कर्मचारियों का विनियतीकरण,वर्ष 2001 तक कार्यरत कर्मचारियों का स्थायीकरण,निकायों के संवर्गों का पुनर्गठन,अनेकों भत्तों को रोका जाना तथा सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट व उसके अवशेष भुगतान,पुरानी पेंशन का अता पता नहीं, नयी का भी यहीं हाल है व न ही समय वेतन,पेशंन आदि बहुत से मामले यथावत आज भी लम्बित है। महा

कलम तू महान..

भूपेंद्र तोमर कविता - कलम .................... स्याही तेरा लहू । और अक्षर प्राण है।। हे ! पूज्य रचयिता जननी , तुम्हे मेरा प्रणाम है । तुमसे बड़ा ना कोई मान है ।। हे !! कलम तू महान हैं ........ वेद , शास्त्र , इतिहास , ज्ञान , विज्ञान तेरा प्रमाण है । अमिट , अजय , अभय , का तुम्हे वरदान है ।। अज़र अमर तेरा गुणगान है । हेे !! कलम तू  महान है ......... तुझमें है अदभुत ताकत । सत्य की करे तू हिफाजत ।। झूठ का पर्दाफाश करे । डर से तेरे  तख्तों ताज हिले ।। वे मर कर भी कभी  न मरे । जिसे तेरा आशिर्वाद मिले ।। बड़ा ऊंचा तेरा सम्मान है। हे ! कलम तू महान हैं।  

सी.एम.एस. ने दी 50 लाख रूपयों की आर्थिक मदद

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लाॅकडाउन के दौरान कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद मनोज मौर्य  लखनऊ। लाॅकडाउन के दौरान कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद हेतु सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने जिला प्रशासन को 50 लाख रूपयों का दान दिया है जिससे प्रभावित लोगों राहत पहुचाने में प्रशासन का सहूलियत मिल सके। सी.एम.एस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने आज सी.एम.एस. के सभी शिक्षकों-कार्यकर्ताओं एवं मैनेेजमेन्ट की ओर से कोरोना राहत कार्यों हेतु नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी को उनके कार्यालय में जाकर 50 लाख रूपयों का चेक सौंपा। सी.एम.एस. द्वारा इस धनराशि को प्रशासन की ‘जनता रसोईघर’ के उपयोग हेतु दान दिया गया है। जिसमें लाॅकडाउन के दौरान प्रतिदिन लगभग 50,000 गरीब लोगों के लिए भोजन तैयार किया जाता है। विदित हो कि नगर निगम द्वारा शहर भर में 9 जनता रसोईघरों की स्थापना की गई है। 50 लाख रूपयों की इस धनराशि में सी.एम.एस. के लगभग 3000 शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने एक दिन के वेतन स्वरूप 35 लाख रूपयों का योगदान दिया, जिसमें सी.एम.एस. मैनेेजमेन्ट ने 15 लाख रूपये जोड़कर कुल 50 लाख रुपये की धनराशि कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद हेतु दान दी।

टी.एस.आई.ने कानून का फर्ज अदा किया

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ईमानदारी की मिसाल दी कानपुर के दिनेश कुमार, टीएसआई  किशोर मोहन गुप्ता  कानपुर। टी एस आई दिनेश कुमार त्रिपाठी को टाटमिल चौराहे पर मिला एक काला बैग, बैग में एक डायरी मिली उस डायरी कुछ फोन नम्बर लिखे थे तुरन्त टी एस आई दिनेश कुमार ने फोन मिलाया। जिससे बैग मालिक से बात हुई और बैग सौंप दिया बैग में जरूरी कागजात तथा कुछ महत्वपूर्ण समान था टी0एस0आई0 ने कानून का फर्ज अदा किया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रेलवे की अनूठी पहल

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(एक अनोखी पहल) रेलवे स्टेशन का संचालन महिला कर्मियों के हवाले  प्रितपाल सिंह लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर एक अनोखी पहल देखी गयी यहाँ सुबह से शाम तक पुरे रेलवे स्टेशन का संचालन महिला कर्मियों के हाथ में रहा। इसके साथ ही गोरखपुर नौतनवा के बीच पैसिंजर ट्रेन की कमान भी महिला रेलकर्मियों के हाथ में रही। महिला सशक्तिकरण की दिशा में पहल करते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के जन संपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया की इसी हफ्ते गोरखपुर बस्ती के लिए माल गाडी का संचालन भी महिला कर्मियों द्वारा किया गया थाआज यहाँ बादशाह नगर रेलवे स्टेशन पर महिला सशक्तिकरण पर आधारित पोस्टर लगाए गए और रंगोली प्रतियोगिता के साथ साथ पौधरोपण भी किया गया। सुबह से ही स्टेशन का नज़ारा देखते ही बन रहा था स्टेशन मास्टर, बुकिंग क्लर्क, रिजर्वेशन क्लर्क, वेटिंग रूम आदि का सारा काम महिला कर्मियों ने बखूबी निभाया। इसके साथ साथ रेलवे सुरक्षा में तैनात महिला कर्मियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। उन्होंने महिलाओं के प्रति बढ़ते हुए अपराध और उनकी रोकथाम के लिए लिए सभी महिलाओं क

संघर्ष में आदमी अकेला होता है ....

शिक्षक कभी साधारण नहीं होता..डॉ. जगदीश गांधी शिक्षक कभी साधारण नहीं होता.. प्रलय और निर्माण उसकी गोद में पलते हैं.. (1) कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती :-  हमारे अंदर किसी भी बुरी से बुरी परिस्थितियों को बदलने की असीम शक्ति छिपी होती है। केवल जरूरत इस बात की है कि हम अपने अंदर छिपी उस असीम शक्ति को पहचानने तथा उसे महसूस करें। हमारे जीवन की कठिनाइयाँ हमें इस असीम शक्ति को पहचानने तथा विकसित करने में मदद करती है। विभिन्न युगों के अवतारों तथा महापुरूषों को अपने उद्देश्य तक पहुँचने के लिए काफी कष्टपूर्ण जीवन जीना पड़ा। कष्टपूर्ण जीवन को जीते हुए उन्हें जीवन की चुनौतियाँ क्या होती हैं, उससे उनका अच्छी तरह परिचय हो गया था। साथ ही उससे जुझना-उबरना भी वह साधारण व्यक्ति के अपेक्षा अच्छी तरह जानते थे। अपने अन्दर की शक्ति को पहचानने के लिए हमें अपने अन्दर की आवाज भी सुनना जरूरी है। किसी महापुरूष ने कहा है कि परिपक्वता तब से शुरू नहीं होती जब से हम बड़ी चीजें बोलने लगते हैं बल्कि यह तब से शुरू होती है जब हम छोटी-छोटी चीजें समझने लगते हैं। एक माँ शिक्षित या अशिक्षित हो सकती है, परन्तु वह एक ऐसी

200 दिव्यांग जनों को मच्छरदानी वितरण

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वशिष्ठ मौर्य   देवरिया. गौतम बुध विकलांग सेवा समिति पकड़ी वीरभद्र द्वारा तरकुलवा बाजार में हीरा पाली क्लीनिक तरकुलवा के सौजन्य से 200 दिव्यांग जनों को मच्छरदानी का वितरण किया गया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य कमलेश पांडेय विशिष्ट अतिथि दिव्यांग कल्याण अधिकारी मीनू सिंह समाजसेवी युवा नेता नीतीश कुमार यादव मंनटन बाबू प्रधानाध्यापक जय नाथ प्रजापति अजय कुमार शाही अध्यक्ष  प्रमिला सिंह आत्मा सिंह, ममता भारती, आदिल साहब, सत्येंद्र यादव आदि कार्यक्रम किया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ राम अशीष ठाकुर ने किया.

नफरतों के जल जाएं सब अंबार होली में! - डा0 जगदीश गांधी

होली रंगों का त्योहार है, हँसी-खुशी का त्योहार है.. भारतीय संस्कृति का परिचायक है ‘होली’:- होली को लेकर देश के विभिन्न अंचलों में तमाम मान्यतायें हैं और शायद यही विविधता में एकता, भारतीय संस्कृति का परिचायक भी है। उत्तर पूर्व भारत में होलिकादहन को दक्षिण भारत में मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने कामदेव को तीसरा नेत्र खोल भस्म कर दिया था।  इसी कारण होली की पूर्व संध्या पर दक्षिण भारत में अग्नि प्रज्ज्वलित कर उसमें गन्ना, आम की बौर और चन्दन डाला जाता है। यहाँ गन्ना कामदेव के धनुष, आम की बौर कामदेव के बाण, प्रज्ज्वलित अग्नि शिव द्वारा कामदेव का दहन एवं चन्दन की आहुति कामदेव को आग से हुई जलन हेतु शांत करने का प्रतीक है। होली के भी अनेक रूप देखने को मिलते हैं.. अटूट भक्ति एवं निष्ठा’ के प्रसंग की याद दिलाता है यह महान पर्व:- होली पर्व को मनाये जाने के कारण के रूप में एक मान्यता यह भी है कि प्राचीन काल में हिरण्यकश्यपु नाम का एक अत्यन्त बलशाली एवं घमण्डी राजा अपने को ही ईश्वर मानने लगा था। हिरण्यकश्यपु ने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी। हिरण्यकश्यपुु का पुत्र प्र

सांसद डॉ संघमित्र मौर्य ने सड़क में घायल युवक को इलाज के लिए पहुंचाया अस्पताल

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विशेष संवाददाता  बदायूं । सांसद डॉ संघमित्र मौर्य एक कार्यक्रम से लौटते समय बिसौली बदायूं मार्ग पर एक युवक अज्ञात वाहन की टक्कर से गंभीर रूप से घायल व्यक्ति जो बीच रोड पर अपनी मोटरसाइकिल के नीचे दबा हुआ पढ़ा था। यह देखकर सांसद डॉक्टर संघमित्रा मौर्य ने अपनी गाड़ी रोक कर उसे रोड के साइड करवाया और जल्दी ही एंबुलेंस की व्यवस्था कराई । गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को उसके परिजनों को बुलाकर उसको इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया।

विलक्षण प्रतिभा के धनी रत्नेश कुमार

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विभाज्यता का महासूत्र कार्यालय संवाददाता  मैनपुरी।  वर्तमान समय में प्रत्येक प्राकृतिक संख्या के लिए विभाज्यता के नियम अलग-अलग हैं क्योंकि प्राकृतिक संख्याएं असंख्य है अत: विभाज्यता के नियम भी असंख्य हैं। संख्या में बहुत अधिक होने के कारण इन नियमों को समझना समझाना याद करना तथा अधिक समय तक याद रखना बहुत कठिन है। इस कठिनाई को दूर करने के लिए रत्नेश कुमार ने विभाज्यता के महासूत्र तथा विभाज्यता के तीव्रता महासूत्र की खोज की है। इन दोनों ही सूत्रों पर भारत सरकार रत्नेश कुमार को कॉपीराइट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्रदान कर चुकी है। यह सर्टिफिकेट विश्व के 136 देशों में मान्य है। सूत्रों के अलावा भी रत्नेश कुमार कुछ और सूत्रों की खोज कर चुके हैं तथा अन्य सूत्रों पर भी खोज कार्य कर रहे हैं। रत्नेश कुमार उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी कस्बा भोगांव के निवासी हैं।   वर्तमान समय मे विभाज्यता के नियम संख्या मे बहुत अधिक हैं अतः इन नियमो को समझना, समझाना, याद करना तथा अधिक समय तक याद रखना बहुत कठिन है। रत्नेश कुमार ने विभाज्यता के महासूत्र की खोज करके इस कठिनाई को जड़ से समाप्त कर दिया है। रत्नेश के पिता

स्वेच्छा से रक्तदान शिविर का सफल आयोजन

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शक्ति भवन में कार्यरत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मिलकर स्वेच्छा से रक्तदान कर अपनी सहभागिता की.. प्रितपाल सिंह   लखनऊ। गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल और एस.जी.पी.जी.आई लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में थाईलिसिमिया रोग से पीड़ित मरीजों के सहायता हेतु एक रक्तदान शिविर अशोक मार्ग स्थित शक्ति भवन विस्तार में भूतल पर स्थित महिला कैंटीन में आयोजित किया गया।  वैलेंटाइन डे के मौके पर जहाँ प्रेमी जोड़ों ने अपने अपने ढंग से अपने प्यार का इज़हार किया वहीं शक्ति भवन में लोग मानवता के प्रति प्यार के लिए सामने आये.. गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के मेडिकल विंग के संयोजक सतविंदर सिंह जो उ.प्र.पॉवर कारपोरेशन में कार्यरत हैं उन्होंने बताया की उक्त संस्था आकस्मिक रक्त की आवश्यकता पड़ने पर सम्बंधित अस्पताल में रक्त याचक को रक्त उपलब्ध कराती है और साथ ही उन्होंने कहा ये कार्य तभी संभव होता है जब लोग रक्तदान के प्रति जागरूक रहे और समय समय पर आयोजित रक्त दान शिवर में अपनी सहभागिता करें। मौका अपने खून से दूसरों की सेवा का.. श्री सिंह ने विशेष तौर अधिशासी अभियंता एन के पांडेय, जगदीश चंद्र कालानी, शिवजी तिवारी,

भारतीय संविधान समता मूलक समाज निर्माण की मूल भावना से बनाया -आर.के. चौधरी

भारत में दोहरा संविधान लागू है? एक तो भारतीय संविधान दूसरे मनुस्मृति -आर.के. चौधरी तरूण रावत भारतीय संविधान समता मूलक समाज निर्माण की मूल भावना से बनाया गया है। परन्तु मनुस्मृति समाज को वर्ण और जातियों में खण्ड-खण्ड बांट कर सामाजिक भेदभाव की गहरी खाई बनाने का विधान है। मनुस्मृति को मानने वाले भारतीय संविधान की समता मूलक समाज निर्माण की अवधारणा हजम नहीं कर पाते. इसी आशंका से चिंतित बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर को संविधान सभा में बोलते हुए कहना पड़ा कि "संविधान चाहे कितना ही अच्छा हो, यदि उसे लागू करने वाले अच्छे न हों तो अच्छा संविधान भी बुरा होगा, और यदि लागू करने वाले अच्छे हों तो संविधान अच्छा होगा।" यह बातें लखनऊ दारूल सफा के कामन हाल में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री आर.के. चौधरी ने कहा। कॉमन हॉल में 'भारतीय संविधान संरक्षण संघर्ष समिति द्वारा आज एक विशेष चिंतन शिविर आयोजित किया गया था। श्री चौधरी ने कहा कि देश में आज आर.एस.एस की भाजपा सरकार है। सरकार दनादन संविधान विरोधी फैसले ले रही है।सरकार देश के 31 एअर पोर्ट को प्राइवेट सेक्टर में दे दिया। रेलवे विभाग को भी प्राइ