अवैध वसूली का आरोप नर्सों पर

 स्टाफ नर्सों पर 

सीएचसी माल में 

  • सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का यह कहावत माल में तैनात 2 स्टाफ नर्सों पर पूरी तरह लागू होती है..
  • जिनकी सेवाएं समाप्त करने का सीडीओ ने दिया था आदेश उनको उसी सीएचसी में कर दिया तैनात..                     
  • अब दोबारा अवैध वसूली का आरोप..          

लेखराम मौर्य 

लखनऊ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय लखनऊ में बैठे अधिकारी कितने भ्रष्ट हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिन संविदा स्टाफ नर्सों को सीएचसी माल में अवैध वसूली के आरोप में करीब 2 साल 10 महीने पहले आरोप सही जा पाए जाने पर तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल ने उनकी सेवाएं समाप्त करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ को पत्र भेजा था उन स्टाफ नर्सों की सेवाएं समाप्त करने के बजाए उनका स्थानांतरण इटौंजा और मलिहाबाद कर दिया गया। 

2 साल बीतने के बाद जुलाई 2021 में विकासिनी नाम की एक स्टाफ नर्स ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से सांठगांठ होने के बाद एक पत्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल में तैनाती के लिए दिया जिसमें उसने अपने बुजुर्ग ससुर की देखभाल और बच्चे की समय से परवरिश न कर पाने के लिए मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी अधिक बताकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल की दूरी घर से नजदीक बता कर माल सीएचसी में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया। जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इस उस अनुरोध पत्र के 2 दिन के अंदर उसे माल स्थानांतरित कर दिया। 

यहां आने के बाद दूसरी स्टाफ नर्स रंजना का भी माल सीएचसी के लिए स्थानांतरण कर दिया गया। जब किसी भी व्यक्ति ने यहां आने पर उनका विरोध ईनहीं किया तो मौका पाते ही उनको लेबर रूम में लगा दिया गया और उन्होंने फिर पुराना वसूली वाला खेल शुरू कर दिया इस बात का प्रमाण 20 जनवरी को शाम 6:00 बजे सीमा पत्नी एस कुमार निवासी पीरनगर से विकासिनी द्वारा लिए गए रुपए 24 जनवरी को अधीक्षक अरुण कुमार चौधरी द्वारा वापस कराने के बाद अधीक्षक ने कहा कि पहली बार चेतावनी देकर छोड़ देते हैं और अगली बार कोई गलती करेंगीं तो फिर देखा जाएगा जबकि पिछले प्रकरण की जानकारी अधीक्षक सहित सीएमओ कार्यालय को भी थी बावजूद इसके उनको चेतावनी देकर छोड़ दिया गया जबकि पूर्व में उनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दिया जा चुका था। 

विज्ञापन :- बृजेश मौर्य सहायक अभियंता राष्ट्रीय जल प्रबंध योजना शारदा नहर खंड हरदोई की ओर से गणतंत्र दिवस एवं शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

सूत्रों के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल में कार्यरत इन दोनों स्टाफ नर्सों के अलावा योगिता नाम की स्टाफ नर्स अक्सर महिलाओं से अभद्रता करती रहती है क्योंकि वह पिछले कई साल से यहां तैनात है और तमाम शिकायतों के बाद भी उसको दूसरी जगह स्थानांतरित नहीं किया गया है। 

वहीं दूसरी ओर यह भी जानकारी मिली है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात एक अतिरिक्त चिकित्सा अधिकारी की शह पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल का माहौल खराब कर भोली भाली गरीब जनता के साथ लगातार अवैध वसूली की जा रही है जिसका जिम्मेदार मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय है। अब देखना होगा कि इस बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित उच्च अधिकारी इन भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

..आपने मुन्ना को देखा है?

यूपी सरकार में दवा व्यवसाई भी सुरक्षित नहीं?

हलिया व लालगंज में गरीब, असहाय जरूरतमन्दों को किया गया निशुल्क कम्बल का वितरण