पर्यावरण की स्वयं ही हत्या कर रहे ‘शुभ दीपावली,


अशुभ पटाखा मार्च’ निकालने वाले कथित शिक्षाविद जगदीश गाँधी -एक्टिविस्ट संजय शर्मा का आरोप.
पर्यावरण की स्वयं ही हत्या कर रहे ‘शुभ दीपावलीअशुभ पटाखा मार्च’ निकालने वाले कथित शिक्षाविद जगदीश गाँधी : एक्टिविस्ट संजय शर्मा का आरोप.
लखनऊ. लखनऊ के सोशल एक्टिविस्ट और इंजीनियर संजय शर्मा ने जगदीश गाँधी के कथित पर्यावरण प्रेम को महज दिखावा करार दिया है. लखनऊ के राजाजीपुरम के न्यू टेम्पो स्टैंड के पास ई ब्लाक में बसंत विहार काम्प्लेक्स की गली में हैदर कैनाल से सटे प्लाट पर सिटी मोंटेसरी स्कूल की नई शाखा की निर्माणाधीन बिल्डिंग के निर्माण में अवैध निर्माण करने और निर्माण में पर्यावरण विभाग के मानकों का पालन नहीं किये जाने के आधार पर संजय ने जगदीश गाँधी पर पर्यावरण के मुद्दे पर कथनी और करनी में एक सौ अस्सी डिग्री का अंतर रखने का गंभीर आरोप लगाया है.
 
संजय का कहना है कि जगदीश गाँधी द्वारा अपने विद्यालय की शाखाओं में प्रायः पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ी-बड़ी आदर्शवादी बातें की जाते हैं लेकिन जब बात खुद पर्यावरण संरक्षण पर अमल करने की आती है जगदीश गाँधी उसमें पूरी तरह से फेल हो जाते हैं. संजय ने जगदीश गाँधी द्वारा अपने विद्यालय की विभिन्न शाखाओं में किये गए पर्यावरण संबंधी  कार्यक्रमों को अपनी इमेज बिल्डिंग के अजेंडे के तहत महज सस्ती लोकप्रियता पाने का हथकंडा मात्र बताया है और जगदीश गाँधी से अपेक्षा की है कि वे अपनी कथनी और करनी के अंतर को समाप्त करेंगे और छुद्र स्वार्थों के लिए राजाजीपुरम में निर्माणाधीन बिल्डिंग के निर्माण में पर्यावरण विभाग के मानकों का पालन नहीं करके पर्यावरण की हत्या करने जैसा कोई भी काम नहीं करेंगे.
 
जगदीश गाँधी के सिटी मोन्टेसरी द्वारा हाल ही में निकाले गए ‘शुभ दीपावलीअशुभ पटाखा मार्च’ को जगदीश गाँधी की सस्ती लोकप्रियता की भूख का एक और कौर बताते हुए संजय ने सीएमएस के संस्थापक और कथित शिक्षाविद डा. जगदीश गाँधी से अपील की है कि वे पर्यावरण संरक्षण के अपने कथित सारगर्भित विचारों को मनसा-वाचा-कर्मणा अपने जीवन में धारण भी करें और इन बातों को महज दूसरों को उपदेश देने तक ही सीमित न रखें.
  
बकौल संजय सीएमएस अपने  कैम्पसों में वृक्षारोपण कार्यक्रमों का दिखावा करके उतना भी पर्यावरण संरक्षण नहीं कर सकता है जितनी पर्यावरण हानि वह राजाजीपुरम की इस निर्माणाधीन बिल्डिंग के अवैध निर्माण और पर्यावरण मानकों के उल्लंघन यथा ग्रीन नेट के बिना निर्माण आदि द्वारा कर चुका है.
         
सीएमएस के विद्यालयों की बिल्डिंग्स के अवैध निर्माणों को पर्यावरण के लिए अतीव विनाशकारी बताते हुए एक्टिविस्ट संजय ने सी.एम.एस. संस्थापिका-निदेशिका डा. भारती गाँधी, प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडनचीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर रोशन गाँधी,क्वालिटी अश्योरेन्स एवं इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुष्मिता बासु एवं सी.एम.एस. के विभिन्न कैम्पस की प्रधानाचार्याओं के अलावा सी.एम.एस. की चीफ एकेडमिक एडवाइजर सुनीता गाँधी से भी अपेक्षा की है कि वे सब पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे को अपने कथनों तक ही सीमित न रखें और पर्यावरण संरक्षण को अपने मन और कर्मों में भी धारण करें.



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