राजस्थान के युवाओं की मन की बात

चंद्रकांत पूजारी 

राजस्थान। उच्च शिक्षा (कॉलेज) में सहायक आचार्य के पदों को गेस्ट फैकल्टी से भरने हेतु सेवानिवृत्त शैक्षणिक अधिकारियों से आवेदन माँगा जाना नवयुवा बेरोजगारों के हितों के साथ कुठाराघात है। 2014 के बाद सहायक आचार्य के पद हेतु वेकेंसी 2020 में निकाली गई जिसकी परीक्षाएं 4 अप्रेल से आयोजित की जानी थी जिसे ऐनवक्त पर ईडब्ल्यूएस कैटिगरी को आरक्षण देने हेतु केंसिल किया गया और अब नयी परीक्षा तिथि 22 सितंबर से 6 अक्टूबर घोषित की गई है। 

जब परीक्षा आयोजित की जानी है फिर इन पदों को गेस्ट फैकल्टी से भरने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है और अगर "विद्या सम्बल योजना" के नाम पर इन पदों को भरना ही है तो सेवानिवृत्त अधिकारियों से भी आवेदन माँगकर नवयुवा बेरोजगारों के अवसर छीनना कहाँ का इंसाफ है

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

..आपने मुन्ना को देखा है?

यूपी सरकार में दवा व्यवसाई भी सुरक्षित नहीं?