कहीं भ्रष्टाचार को भेंट तो नहीं चढ़ा तमसा नदी सौंदर्यीकरण का कार्य


जनता जानना चाहती है की किन कारणों से नदी के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया

राम कुशल मौर्य 

अंबेडकरनगर। अकबरपुर नगर के बीच से होकर गुजरने वाली तमसा नदी लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रही। नगर का गंदा पानी व फैक्ट्रियों का रसायन युक्त पानी नदी को प्रदूषित कर रहे थे। इसी वजह से अक्सर नदी की मछलियां मरती रहती थी। नदी की सफाई की मांग लंबे समय से की जा रही थी, लेकिन इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। कुछ सामाजिक संगठनों की जागरूकता से थोड़ी-बहुत ही सफाई हो पाई। इस बीच बीते दिनों ही अकबरपुर नगर पालिका परिषद ने अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र में होकर बह रही साढ़े पांच किमी लंबाई में नदी की साफ सफाई कराने की घोषणा की थी। पोकलैंड द्वारा अफजलपुर से लेकर गोविंद गनेशपुर तक सफाई का कार्य बीते दिनों करवाया गया। मौजूदा समय में सफाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया। नदी की सफाई का अकबरपुर नगर के नागरिकों ने बढ़ चढ़कर स्वागत किया है। नदी की सफाई की मांग लंबे समय से की जा रही थी। यह मांग अब जाकर पूरी हुई। सफाई से नदी का प्रदूषण कम हुआ। सफाई कराने के साथ ही प्रशासन को इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि नगर का गंदा पानी नदी में न जाने पाए। इसके लिए अलग से व्यवस्था करनी होगी। साथ ही कैमिकल युक्त पदार्थ भी नदी में जाने से रोकना होगा। परंतु पालिका प्रशासन द्वारा इस बिंदु पर कुछ कार्य नहीं किया गया। साढ़े पांच किमी लंबाई में नदी की सफाई का कार्य हुआ। 

कहीं भ्रष्टाचार को भेंट तो नहीं चढ़ा वृक्षारोपण तथा तमसा नदी सौंदर्यीकरण का कार्य

नाले का गंदा पानी सीधे नदी में न गिरे, इसकी भी व्यवस्था नहीं की गयी। साथ ही साथ इसकी कवायद चल रही थी कि नदी के दोनों तरफ पटरी का निर्माण होगा वृक्षारोपण होगा प्रकाश व्यवस्था रहेगी परंतु इन सब पर ग्रहण क्यों लग गया पालिका द्वारा मात्र कुछ वृक्षारोपण करके खानापूर्ति की गई मौजूदा समय में नदी के पूर्वी छोर पर नाले का निर्माण शुरू किया गया। कहीं ऐसा तो नहीं कि तमसा नदी के सौंदर्यीकरण का कार्य मात्र कागज तक ही सीमित रह गया। जनता जानना चाहती है की किन कारणों से नदी के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया।

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