महंगाई भत्ता व अन्य भत्तों के विरोध में मोमबत्ती जलाकर रोष व्यक्त किया
संजय मौर्य
कानपुर। मई दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने कोराना महामारी के बचाव को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी का पूर्ण पालन करते हुवे नगर निगम मुख्यालय संघ कार्यालय के सामने महंगाई भत्ता व अन्य भत्तों को फ्रिज किए जाने के विरोध में मोमबत्ती जलाकर रोष व्यक्त करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि भत्तों की बहाली पर पुनर्विचार किया जाए।
महासंघ के प्रदेश महासचिव व वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमाकांत मिश्र एवं प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना हजारिया ने कहा कि प्रदेश सरकार कोराना योद्धा जैसे सफाई कर्मचारियों सीवरमैन बिजली कर्मियों स्वास्थ्य कर्मियों एवं पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के बजाय भत्तो को फ्रीज कर हतोत्साहित करने का काम कर रही है जबकि सरकार के आवाहन पर कोरोना महामारी से बचाव के लिए अपनी जान को खतरे में डालकर अपने परिवार की परवाह किए बगैर रात-दिन मेहनत कर आम जनमानस के सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे है। आवश्यक सेवा के कर्मचारी मार्क्स सैनिटाइजर साबुन आदि अपने खर्चे से अतिरिक्त व्यय कर रहे हैं और आने जाने में लॉक डाउन के दौरान खर्च स्वयं वहन कर रहे हैं।
ऐसी स्थिति में सरकार का भत्ते फ्रीज करने का निर्णय न्याय संगत नहीं है महासंघ के नेताओं ने सफाई कर्मचारियों पर आए दिन हो रहे हमले को भी गंभीरता से लिया हमले पर मुख्यमंत्री ने हमला करने वाले के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का निर्णय लेते हुए 7 साल की सजा 500000 जुर्माना किए जाने का प्रावधान पर उनका आभार व्यक्त किया।
महासंघ के कर्मचारियों ने महंगाई भत्ता व अन्य भत्तों को तथा पेंशनरों की महंगाई राहत को रोकने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की बात कही। कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवीदीन भाव रमाकांत मिश्र मुन्ना हजारिया नीलू निगम मुन्ना पहलवान संजय हजारिया पंकज शुक्ला सीपी शर्मा अकील मसूर शिवशंकर मिश्र दिलीप तांबे दिनेश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।