लगभग 16 लाख कर्मचारी व पेंशनर्स के सामने एक बडी मुश्किल:-शशि कुमार मिश्रा

प्रमुख संवाददाता


लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ एवं कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा उ.प्र. द्वारा प्रदेश सरकार से प्रदेश के लाखों कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तो के रोके जाने पर मुख्यमंत्री से  प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का अनुरोध है कि वर्तमान समय इस वैश्विक महामारी मे पुलिस, स्वास्थ्य सेवाओं के डाक्टर,अन्य मेडिकल स्टाफ ,स्थानीय निकाय सहित प्रदेश के लाखों कर्मचारी जो अपनी जान जोखिम मे डाल कर रात दिन काम कर रहे है यदि ऐसी स्थित मे पुलिस भत्ता, नगर प्रतिकर भत्ता,मंहगाई भत्ता सहित 6भत्ते रोकने से जहाँ कर्मचारी समाज मे घोर निराशा व्याप्त होगी वहीं इस भीषण महामारी व मंहगाई मे इन अल्प वेतन भोगी कर्मचारियों के सामने अपने परिवार का पालन पोषण करना कठिन हो जायेगा।


इससे प्रदेश के लगभग 16 लाख कर्मचारी व पेंशनर्स के सामने एक बडी मुश्किल खडी हो जायेगी। वर्तमान समय में तो प्रदेश सरकार को जहाँ प्रोत्साहन राशि देनी चाहिए वहीं यह कदम कर्मचारियों के लिए ठीक नहीं होगा।देश व प्रदेश मे निश्चित रुप से आर्थिक संकट आ गया है इसका हम सभी कर्मचारी समाज को पूरा जानकारी है,परंतु इस महामारी के समय प्रदेश का लाखों कर्मचारी अपने अपने स्तर से व अपने वेतन आदि से पूर्व मे ही यथासम्भव कटौती कराकर सरकार का सहयोग कर रहा है। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा उ.प्र.एवं स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा ने मुख्यमंत्री  से  अनुरोध किया है कि वर्तमान परिस्थितियों के समय आप के कुशल नेतृत्व मे कर्मचारी समाज प्रदेश को इस महामारीसे बचाने मे अपने प्राणो की बाजी लगाकर काम कर रहा है इस बात को ध्यान में रखते  हुए  रोके गए भत्तों आदि पर पुनर्विचार करने की बात कही है, जिससे प्रदेश का यह लाखों कर्मचारी और अतिरिक्त ऊर्जा से अपने दायित्वों का सुगमता से निर्वहन कर सके।


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