कलम तू महान..

भूपेंद्र तोमर


कविता - कलम


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स्याही तेरा लहू ।
और अक्षर प्राण है।।
हे ! पूज्य रचयिता जननी ,
तुम्हे मेरा प्रणाम है ।
तुमसे बड़ा ना कोई मान है ।।
हे !! कलम तू महान हैं ........


वेद , शास्त्र , इतिहास ,
ज्ञान , विज्ञान तेरा प्रमाण है ।
अमिट , अजय , अभय ,
का तुम्हे वरदान है ।।
अज़र अमर तेरा गुणगान है ।
हेे !! कलम तू  महान है .........


तुझमें है अदभुत ताकत ।
सत्य की करे तू हिफाजत ।।
झूठ का पर्दाफाश करे ।
डर से तेरे  तख्तों ताज हिले ।।
वे मर कर भी कभी  न मरे ।
जिसे तेरा आशिर्वाद मिले ।।
बड़ा ऊंचा तेरा सम्मान है।
हे ! कलम तू महान हैं।
 


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