बिन बिजली सब सून..

अमिताभ सिन्हा 


         कोरोना हारेगा- भारत जीतेगा..


उ0प्र0 बिजली मज़दूर संगठन, केन्द्र सरकार द्वारा 17 अप्रैल को परिचालित विद्युत संशोधन अधिनियम 2020 का पुरज़ोर तरीके से विरोध करता है, जिसमे सभी राज्यो द्वारा 21 दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है क्योंकि यह अधिनियम पूर्णतयः कर्मचारी विरोधी, जन विरोधी व देश विरोधी है। संगठन के प्रदेश महामंत्री सुहेल आबिद ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जहाँ पूरा विश्व कोरोना जैसी खतरनाक संक्रमण से जूझ रहा है व हमारे देश ने भी अभी 03 मई तक सम्पूर्ण लोकडौन का फैसला लिया है। अपने देश मे जहाँ 22000 से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके है व 1000 से ज़्यादा लोग अपनी जान गवां चुके है और स्थिति लगातार भयावह होती जा रही दीख रही, ऐसी खतरनाक स्थिति में भी सारे बिजली के मजदूर अपनी जान की परवाह न करते हुए पूरे देश प्रदेश की विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाये रखने के दिन रात पूरी शिद्दत के साथ जुटा हुआ है। यही नही माननीय प्रधानमंत्री के आवाहन पर 05 अप्रेल को जब पूरा देश दीपोत्सव मना रहा था उस समय बिजली की मांग के अचानक कम हो जाने के कारण 31000 मेगावाट से अधिक के अभूतपूर्व झटके को हम बिजली वाले सफलता पूर्वक सुरक्षित संभाल कर ले आये व अपनी कुशल तकनीकी योग्यता का परिचय दिया। ऐसी विषम परिस्थितियों में केंद्र सरकार द्वारा विद्युत सुधार अधिनियम 2020 लाना अपने आप मे एक बड़ा सवाल खड़ा करता है साथ ही पूरे देश-प्रदेश में बिना किसी खतरे की परवाह किये हुए, जी-जान से समाज व देश की सेवा में लगे विद्युत कर्मियों का मनोबल कहीं न कहीं नीचा करता है। केंद्र द्वारा इस अधिनियम के लाये जाने से सभी बिजली कर्मियों में अत्यंत आक्रोश व्याप्त है जो कभी भी फुट सकता है जिससे हमारे न चाहते हुए भी देश की बिजली व्यवस्था चरमरा सकती है क्यूंके *बिन बिजली सब सून*..! याद करिये 9 या 10 April 2016 का वो काला दिन जब आगरा की ताजमहल रिले मे आयी समस्या से एक एक करके देश के चारों ग्रिड फेल हो गए थे और पूरे देश मे अंधकार छा गया था.. सारा जन जीवन ठप्प पड़ गया था..!! दरअसल वर्तमान युग का ये जो दुनिया रूपी शो चल रहा उसके बैक स्टेज मे हम सरकारी बिजली वाले ही है..!! हम सामने आकर वाह वाही नहीं लूट रहे.. निस्वार्थ भाव से मानव सेवा मे लगे हुए है परंतु यह निश्चित है कि निजीकरण के पश्चात सब्सिडी व क्रॉस सब्सीडी समाप्त कर दी जाएगी जिससे *ग्रामीण व कृषि क्षेत्र को महंगी बिजली मिलेगी*..उपभोग के 45 दिन बाद भी विच्छेदन में रियायत की सुविधा भी समाप्त हो जाएगी। आम लोगो के पहुंच से बिजली बहोत दूर हो जाएगी और निर्बाध बिजली आपूर्ति आम लोगो के लिए दिवा स्वप्न बन जाएगी जो कि निश्चित रूप से माननीय प्रधानमंत्री जी के हर घर बिजली का स्वप्न साकार करने में रोड़ा बनेगी। युवा इकाई के महामंत्री अमिताभ सिन्हा ने कहा कि इस संकट की घड़ी में अपनी जान पर खेलकर काम करने वाले संविदाकर्मियों का नियमितीकरण किया जाना चाहिए साथ ही यह प्रस्ताव दिया कि कोरोना महामारी की विपदा के पश्चात संगठन, अपने मुखिया की मौजूदगी में सभी कोरोना योद्धाओ यथा अधिकारी-कर्मचारी व जिसमे सर्वप्रमुख संविदा के कर्मचारी है उनके लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। इस प्रस्ताव का संगठन मंत्री जुगल मिस्र, सागर शर्मा, सुमित श्रीवास्तव फ़िज़ाउद्दीन, जिलाध्यक्ष दीप सिंह, जिला सचिव नितिन शुक्ला, मोहित निगम , माबूद अहमद , प्रदीप वर्मा , संजय यादव ,वैभव अस्थाना, संजीव पासवान, मुन्ना लाल, वीरू आदि सभी ने एक सुर में इस बात पे सहमति जताई और कहा *कोरोना हारेगा- भारत जीतेगा*


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