जिंदगी का फलसफा निरन्तर बदलता रहता है.. व्यक्ति की इच्छा बोलती नहीं कुछ घुटती रहती सदा.. मन का कोई कोना झाँककर सो जाता.. अपनी बारी की प्रतीक्षा में...!!!
(व्यंग) एक सज्जन बनारस पहुँचे। स्टेशन पर उतरे ही थे कि एक लड़का दौड़ता आता। ‘मामाजी…मामाजी- लड़के ने लपक कर चरण छूए। वे पहचाने नहीं….बोले- तुम कौन ? मैं मुन्ना….आप पहचाने नहीं मुझे ? मुन्ना ? वे सोचने लगे….. हाँ, मुन्ना….भूल गये आप मामाजी….खैर, कोई बात नहीं, इतने साल भी तो हो गये। तुम यहां कैसे ? मैं आजकल यहीं हूं अच्छा हां मामाजी अपने भानजे के साथ बनारस घूमने लगे। चलो, कोई साथ तो मिला। कभी इस मंदिर, कभी उस मंदिर। फिर पहुँचे गंगाघाट। सोचा, नहा लें। मुन्ना, नहा लें ? ज़रूर नहाइए मामाजी….बनारस आये हैं और नहाएंगे नहीं, यह कैसे हो सकता है ? मामाजी ने गंगा में डुबकी लगाई। हर-हर गंगे। बाहर निकले तो सामान गायब, कपड़े गायब, लड़का…मुन्ना भी गायब ‘मुन्ना…ए मुन्ना…. मगर मुन्ना वहां हो तो मिले। वे तौलिया लपेट कर खड़े हैं। क्यों भाई साहब…..आपने मुन्ना को देखा है? कौन मुन्ना ? वही जिसके हम मामा हैं। मैं समझा नहीं…. अरे, हम जिसके मामा हैं वो मुन्ना। वे तौलिया लपेटे यहां से वहां दौड़ते रहे….मुन्ना नहीं मिला। भारतीय नागरिक और भारतीय वोटर के नाते हमारी यही स्थिति है……चुनाव के मौसम में कोई आता है और हम
लुटेरों ने की सरेराह दवा व्यवसाई से लूट की कोशिश.. दवा व्यवसाई की सूझबूझ से लुटेरे नहीं दे सके लूट का अंजाम.. प्रियंका सिंह अयोध्या। जनपद के कैंट थाना क्षेत्र अंतर्गत रायबरेली हाईवे रेलवे क्रॉसिंग पर दो पहिया वाहन से पीछा करते हुए रिकाबगंज क्षेत्र के दवा व्यवसाई मनीष कुमार मौर्य की कार को अपना निशाना बनाते हुए रोककर मारपीट करते हुए लूटने का असफल प्रयास 25 फरवरी की देर रात 10:30 बजे मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने किया। अयोध्या पुलिस से दूर लुटेरे..? दवा व्यवसाई मनीष कुमार मौर्य अपनी कार से देर रात अपने भाई के साथ रायबरेली रोड से निमंत्रण में जा रहे थे की मोटरसाइकिल सवार दो युवक बाईपास चौराहे से ही उनकी कार का पीछा करते हुए कैंट थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे क्रॉसिंग रायबरेली रोड पर जैसे पहुंचे मोटरसाइकिल सवार युवकों ने मोटरसाइकिल कार के आगे खड़ी कर लोहे की रॉड लेकर कार से बाहर निकलने के लिए कहा कार का गेट खोलते ही दवा व्यवसाई के ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार कर घायल करना शुरू कर दिया । शोर-शराबा सुरा स्थानीय लोग एवं राहगीरों के धीरे-धीरे इकट्ठा होने एवं भयभीत दवा व्यवसाई के भाई ने डायल 112 को फोन प
माफियाओं की बन गई है लिस्ट, 61 रडार पर, जानें इनके सफाए का पूरा प्लान लखनऊ।उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार माफिया अतीक अहमद के बाद अब माफिया सफाई अभियान की शुरुआत करने जा रही है।इसके लिए 61 माफियाओं की लिस्ट बन गई है।लिस्ट पर मुख्यमंत्री की मुहर लगनी बाकी है।स्पेशल डीजी ला एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक यूपी पुलिस ने शराब माफिया, पशु तस्कर, वन माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया आदि को चिह्नित कर इस बार 50 शासन द्वारा और 11 पुलिस मुख्यालय स्तर पर माफिया की लिस्ट बनाई है।इनके गैंग को खत्म करने से लेकर उनकी 500 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य भी रखा गया है।प्रशांत कुमार के मुताबिक भविष्य में इस लिस्ट में नाम और बढ़ सकते हैं। प्रतापगढ़।टॉप 61 माफियाओं की लिस्ट में संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के पुरमई सुल्तानपुर के सुधाकर सिंह का भी नाम है।सुधाकर शराब माफिया है।सुधाकर प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और आस-पास के जिलों में अवैध शराब का सबसे बड़ा तस्कर है।पुलिस ने बीते साल सुधाकर के ठिकानों से करोड़ों की अवैध शराब को बरामद किया था।पुलिस ने सुधाकर पर एक लाख का इनाम रखा था।बरहाल सुधाकर जेल से ब