करोना करोना करोना
डॉ बीना सिंह दुर्ग, छत्तीसगढ़
हां तुम करोना हो हां तुम करोना हो
हां हां तुम ही करोना हो
मेरे देश का नहीं किसी और
देश का सपना सुंदर सलोना हो
हम तो वैदिक सनातन संस्कृति
मर्यादा के पक्षधर हैं
पूजा इबादत भजन कीर्तन
मंत्र में अग्रसर हैं
और तुम विदेशी माहौल में पलने
वाले खतरनाक विषधर नमूना हो
हम हाथ जोड़ शीश झुका कर
दूर से ही करते हैं अभिनंदन
नहीं करते हाथ मिला कर एक
दूजे के गालो का चुंबन
तुम जान से खेलने वाले
एक कातिल खिलौना हो
हमारे जमीन पर चांद सूरज सर्दी
गर्मी वर्षा सभी तशरीफ लाते हैं
घर-घर नित्य धूप दीप नैवेद्य
लोहबान जलाए जाते हैं
तुम सर्दी ठंडी में पनपने वाले
जिव एक घिनौना हो
चैन ओ सुकून नहीं मौत के
नींद में सुलाने वाले बिछोना हो
हां तुम करोना हो हां तुम करोना हो