होले पर गुरुद्वारों में दिखी मोहल्ले की रौनक
प्रितपाल सिंह (संवाददाता)
लखनऊ। रंगों का त्यौहार होली देश भर में हर्ष उल्लहास के साथ मनाया गया। जगह जगह होलिका दहन के उपरांत अगली सुबह सबने एक दूसरे को गले लगाकर होली की शुभकामनाये दी राजनितिक रंगो से दूर गंगा जमुना तेहज़ीब को कायम रखते हुए मुस्लिम समुदाय ने भी हिन्दू भाईओं के साथ प्रेम का रंग बिखेर कर सांप्रदायिक एकता को कायम रखा। सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगा कर देश में एकता और अखंडता की दुआ मांगी।
गत वर्ष के मुकाबले इस बार कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए होली का त्यौहार थोड़ा फीका रहाइससे पहले प्रधानमंत्री के साथ साथ प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भी विशेषज्ञों की सलाह पर किसी भी सार्वजनिक होली मिलन कार्यक्रम में शिरकत न करने का एलान किया।
वहीं सिख समुदाय की तरफ से शहर के गुरद्वारो में भी होली मोहल्ले की धूम रही। गुरद्वारा आलमबाग में जहाँ बच्चों को आज के दौर में नशों से दूर स्वस्थ रखने के लिए तरह तरह के खेलों का आयोजन किया गया वही छोटे बच्चों का कवि सम्मलेन भी आयोजित किया गया।
आलमबाग गुरद्वारे में खेलों में हिस्सा लेते लोग
भारतीय खेल प्राधिकरण के पूर्व कोच स. ब्रिजिंदर पाल सिंह ने सभी को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए खेलों के महत्व पर जोर दिया वही बच्चो के कवि सम्मलेन ने लोगो का दिल जीत लिया।
विजेताओं को पुरस्कार देते पदाधिकारी
कार्यक्रम की शुरुआत "देह शिवा बर मोहे एहि" शब्द गा कर की गयी बच्चो की दौड़, महिला और पुरषो का म्यूजिकल चेयर, गोला फेंक, मटकी फोड़, निशाना लगाने जैसे कई खेलों में लोगों ने हिस्सा लिया और विजेताओं को सभा की तरफ से पुरस्कार दिए गए। सभा के अध्यक्ष जोगिन्दर सिंह ने सभी को होले मोहल्ले की बधाई दी इस मौके पर सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष निर्मल सिंह, सचिव रतपाल सिंह, देवेंदर सिंह, चरणजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
आर.डी.एस.ओ. गुरद्वारे में शब्द कीर्तन करते बच्चे
वही गुरद्वारा आर.डी.एस.ओ. में भी होले मोहल्ले की धूम रही। सुबह से ही मौहाल भक्ति के रंग में रंगा नज़र आया यहाँ बच्चो का कार्यक्रम विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। बच्चों ने भक्त प्रलाद को याद करते हुए शब्द कीर्तन के साथ कवितायें सुना कर संगतों को मंत्रमुग्ध कर दियासभा के सचिव स.सुरजीत सिंह ने संगतों को होली मोहल्ले की बधाई देते हुए सभी को भक्त प्रहलाद के नक्शे कदम पर चलने की अपील की और बताया की किस प्रकार ईश्वर को अपने भक्त की रक्षा करने के लिए अपने ही द्वारा दिए हुए वर वापस ले कर होलिका को जला कर प्रह्लाद को बचाना पड़ा और राक्षस हरणकश्यप का अहंकार तोड़ कर नए अवतार में उसका संहार किया।
पुरस्कारों के साथ सम्मानित बच्चे
पुरस्कार वितरित करते सभा के अध्यक्ष
हौसला बढ़ाने के उदेशय से सभा के अध्यक्ष मंजीत सिंह ने यहाँ सभी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया इस मौके पर उपाध्यक्ष तरसेम सिंह के साथ सुरिंदर कौर, हरजिंदर कौर, हरलीन कौर आदि का विशेष योगदान रहासमाप्ति के बाद गुरु का लंगर अटूट बांटा गया।
टॉक टाइम मीडिया से बात करते पदाधिकारी