गोवंश संरक्षण केंद्रों के कार्यो की समीक्षा करते हुए:जिलाधिकारी

किशोर मोहन गुप्ता 


कानपुर नगर। कुछ अस्थाई गोवंश आश्रय केंद्रों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाए सभी अस्थाई को केंद्रों में वृक्षारोपण किया जाए। विभिन्न संगठनों को संगठित करते हुए इन आस्थाई गोवंश केंद्रों से निकलने वाले गोबर ,गोमूत्र से प्रोडक्ट बनाकर इन केंद्रों की आय बढाई जा सके, इसके लिए विभिन्न औद्योगिक संगठनों की भी मदद ली जाए। उक्त निर्देश  जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में अस्थायी गोवंश संरक्षण केंद्रों के कार्यो की समीक्षा करते हुए जिला पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि अस्थायी गोवंश संरक्षण केंद्रों में वृहद वृक्षारोपण किया जाये। उन्होंने कहा कि इन आस्था गोवंश केंद्रों की आय बढ़ाने के लिए निकलने वाले गोबर , गोमूत्र के प्रोडक्ट्स बनाने के लिए विभिन्न उधमियों को जोड़ा जाये। गोबर से लकड़ी तथा खाद बनायी जाये जिससे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जागरुक ता लाई जा सकें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह आदि सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।


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