वतन के लिए सारा जीवन हो अर्पण
तिरंगा..
डॉ बीना सिंह
हमारा तुम्हारा सबका अब हो नवप्रण
वतन के लिए सारा जीवन हो अर्पण
तीन रंग का तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज हमारा
शीश झुका रहे सबका नित्य हो बंदन
मजहब के नाम बंद हो अब तिजारत
याद करो शहीदों को उनका हो नमन
सोने की चिड़िया कभी देश था हमारा
नव निर्माण हीभारत का अब हो सपन
धवल हरा केसरिया का संदेशा है बीना
अन्न धन प्रेम से हरा भरा मेरा हो चमन