पैसे के अभाव में हुई मासूम की मौत

चंद पैसे के लालच में वही डॉक्टर हैवान बन जाए...तो आप क्या कहेंगे...


सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार से लाखों रुपए तनख्वाह लेने वाले डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स चंद पैसों के लालच में मरीजों की जिंदगी यों से आखिर क्यों खिलवाड़ कर रहे हैं...


राजू कुमार 


बहराइच| यूं तो डॉक्टर को धरती का भगवान कहा गया है लेकिन जब चंद पैसे के लालच में वही डॉक्टर हैवान बन जाए तो आप क्या कहेंगे कुछ ऐसा ही माजरा जनपद बहराइच के जिला अस्पताल में देखने को मिला है.


जहां पर इलाज के बदले मांगे गए चंद पैसे ना मिलने पर डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने बच्चे का समय से इलाज नहीं किया जिसकी वजह से बच्ची की तड़प कर मौत हो गई बच्ची की मौत के बाद उसके परिजनों ने घंटों तक अस्पताल के भीतर जमकर हंगामा काटा बच्ची के पिता का आरोप है कि सरकारी अस्पताल के भीतर इलाज और इंजेक्शन लगाने के नाम पर स्टाफ नर्स के द्वारा कई बार पैसे की मांग की गई मजबूर गरीब पिता पैसा नही दे पाया तो इलाज में लापरवाही बरती गई जिसकी वजह से बच्ची की मौत हो गयी बच्ची की मौत के बाद अस्पताल में घण्टो अफरातफरी का माहौल बना रहा परिजन चिल्ला चिल्ला कर अस्पताल कर्मियों की दास्तां को बयां करते रहे.



हरदी इलाके का पंकज पाल अपनी तीन माह की बच्ची को जिला अस्पताल इलाज के लिए लेकर आया था बच्ची को बुखार की शिकायत थी बच्ची अपनी माँ का दूध नही पी पा रही थी जिसकी वजह से पंकज ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया जहां पर बच्ची का इलाज तो शुरू किया गया लेकिन इलाज के एवज में स्टाफ नर्स द्वारा पैसे की मांग की गई.


बच्ची के पिता का कहना है कि पहले दिन उसने पैसा भी दिया लेकिन इसके बावजूद बच्ची के इलाज में हीला हवाली और लापरवाही बरती गई पंकज पाल का यह भी कहना है कि दूसरे दिन भी स्टाफ नर्स के द्वारा उससे ₹200 की मांग की गई और यह धमकी दिया गया कि अगर पैसा नहीं देगा तो उसकी बच्ची को जबरन लखनऊ रेफर कर दिया जाएगा.


गरीब पंकज पाल जब पैसा देने में असमर्थता जताई तो उसकी बच्ची के इलाज में भारी लापरवाही बरती गई जिसकी वजह से बच्ची की तड़प कर मौत हो गई पंकज पाल का यह भी कहना है कि जब उसने अपनी बच्ची के इलाज को लेकर डॉक्टर और स्टाफ नर्स से कहासुनी की तो इस मामले को लेकर उसे मारा पीटा भी गया. हालांकि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ डीके सिंह ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए दोषी स्टाफ नर्स और डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की बात कही है. 


 


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

..आपने मुन्ना को देखा है?

यूपी सरकार में दवा व्यवसाई भी सुरक्षित नहीं?