नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भड़के उपद्रव...
संजय मौर्य
कानपुर |नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शहर में कानून के विरोध में शहर में हुए उपद्रव के बाद अब अमन-चैन का माहौल दिखने लगा है सोमवार को जहां तनावग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की जिंदगानी पटरी पर लौटने लगी है, वहीं तीन दिनों से बंद चल रही दुकानों के शटर भी आज खुल गए । पुलिस भी लगातार जनता से संवाद करने में जुटी है. एहतियात संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस पिकेट और मोबाइल पार्टियों को तैनात किया गया है ।शहर नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में भड़के उपद्रव के बाद रविवार को जिस तरह से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों के बीच बैठकर संवाद किया, उसका असर सोमवार को साफतौर पर नजर आया । यतीमखाना, बेकनगंज, चमनगंज, हलीम चौराहा।रजबी रोड से लेकर बाबूपुरवा, बाकरगंज, बेगमपुरवा आदि स्थानों पर माहौल आमदिनों की अपेक्षा सामान्य नजर आया । मौसम में सुबह गलन की वजह से जरूर लोग अपने घरों में रहे लेकिन धूप निकलने के साथ ही सड़क पर लोगों की आवाजाही भी बढ़ने लगी यतीमखाना के आसपास भी दुकानें खुलीं तो यहां पर खरीदारी के लिए लोग निकले एक तरफ जहां उपद्रव के खिलाफ पुलिस ने पूरी ताकत से मोर्चा लिया तो दूसरी तरफ लोगों के मन से नागरिकता कानून से जुड़ी शंकाओं का भी समाधान किया गया. एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल का कहना है कि सीएए को लेकर लोगों के मन में जो भ्रम था, वह उनसे बात कर दूर किया गया है. उन्होंने कहा कि जनता से संवाद के दौरान उन्हें भय में न रहने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद अब आम जनजीवन अपनी रौ में लौट रहा है ।
पुलिस, आईटीबीपी, एसएसबी, आरएएफ और पीएसी रख रही नजर
वहीं, उपद्रवग्रस्त और संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स लगातार अपनी सख्त नजर रखे हुए हैं । परेड चौराहा पर एसपी पूर्वी भी सुरक्षाबलों का उत्साह बढ़ाते हुए नजर आए उन्होंने सुरक्षाबलों से कहा कि वह लोग पूरी तरह से सजग रहें अगर कोई किसी बात को लेकर स्थिति साफ करना चाहता है तो उससे संवाद जरूर किया जाए उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह पिकेट और मोबाइल पार्टियां तैनात हैं. सभी से शांति और अमन बनाए रखने की अपील भी की गई है ।