जीने का नाम ही तो है ‘बचपन’..
'बचपन'
-मंजुल भारद्वाज
जिज्ञासा,कौतुहल,सवाल
जिजीविषा,आतुरता,खोज
बार बार, बारम्बार
क्रिया को दोहराने की
प्रक्रिया ही तो है 'बचपन' !
शरीर की लोच,
भावनाओं का उछाल
मस्ती की धुन और तोड़फोड़ का
आनंद ही तो है 'बचपन' !
ज्ञान के शिखर
अध्यात्म के मोक्ष
जवानी के जुनून को
बिना पूर्वाग्रहों से जीने का
नाम ही तो है 'बचपन'!