कानपुर से मुझे कुछ अलग सा लगाव है -रामनाथ कोविंद

उ0प्र0 की आर्थिक राजधानी कानपुर


पुरी दुनिया में कानपुर की पहचान लेदर सिटी के रूप में है


संजय मौर्य 


कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं प्रथम महिला सविता कोविन्द तथा राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनन्दी वेन पटेल ने पी0एस0आई0टी0 कालेज आॅफ हायर एजूकेशन कानपुर में दो दिवसीय इन्टरनेशनल कान्फ्रेन्स रीसेन्ट एडवान्समेन्ट इन कम्प्यूटर साइंस, कम्युनिकेशन एण्ड इन्फोरमेशन टेक्नोलाॅजी का दीप प्रज्जवलन कर उद्घाटन किया।


इस अवसर पर कान्फ्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कानपुर आना उन्हे हमेशा अच्छा लगता है। उन्होने कानपुर के अच्छे औद्योगिक काल का उल्लेख करते हुए कहा कि कानपुर को पहले एशिया का मानचेस्टर कहा जाता था। यहा का टेक्सटाइल उद्योग पूरी दुनिया में जानी जाती थी। औद्योगिक एवं व्यापारिक गतिविधियों का बडा केन्द्र होने के कारण कानपुर को उ0प्र0 की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। उन्होंने कानपुर को तकनीकी का बहेतरीन उदाहरण बताते हुए कहा कि पुरी दुनिया में कानपुर की पहचान लेदर सिटी के रूप में है।


उन्होंने कहा कि तकनीकी के क्षेत्र कानपुर प्रगति कर रहा है। कानपुर आई0आई0टी0 देश के सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में एक है और एच0बी0टी0आई0 भी आने वाले समय में यूनिवर्सिटी बनेगी। पी0एस0आई0टी0 सहित अन्य इंजिनियरिंग संस्थानों से अच्छे इंजिनियर और वैज्ञानिक बन रहे है। उन्होंने तकनीकी से मानवता की सेवा का जिक्र करते हुए कानपुर के एलिम्को का उदाहरण देते हुए कहा कि एलिम्को ने कृत्रिम अंगो के साथ ही दिव्यागों के लिए उपकरण बनाकर अनगिनत लोगों को लाभ प्रदान किया है और अपनी तकनीकी को आधुनिक बना रहा है।आर्टिफिशियल एन्टीजेंस को समय की जरूरत बताते हुये उन्होनेंसमाजिक बदलाव में तकनीक को मददगार कहा तथा वायु प्रदूषढ अछने पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होनें कहा कि तकनीक क्षेत्र में बेहतर काम हो रहे है,हमें मानवीय मूल्यों के प्रति भी सवेदनशील होना पडेगा।पीएस0आइ0टी में आयोजित रीसेन्ट एडवान्समेन्ट इन कम्प्यूटर साइंस, कम्युनिकेशन एण्ड इन्फोरमेशन टेक्नोलाॅजीकांफेंस में उन्होनें कहा कि हम अब चैथी ओद्योगिक क्रान्ति के मुहाने पर खडे हैं।उन्होंने तकनीकी को समाजिक बदलाव का बेहतर एवं शसक्त माध्यम बताते हुए कहा कि आजादी के समय गरीब देशों में भारत की तुलना होती थी लेकिन तेजी से बढती अर्थव्यवस्था में भारत का नाम आ रहा है। 2024-25 तक भारत को पाॅच ट्रिलीयन डाॅलर इकनाॅमी बनाने का लक्ष्य रखा गया है इसमें तकनीकी का अहम योगदान होगा। उन्होंने कहा कि सूचना एवं सम्प्रेक्षण की आधुनिक तकनीकी लोगों के जीवन स्तर को उठाने में बडी भूमिका निभायेगी।प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी का वर्तमान समय में काफी महत्व बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बदलते हुए सूचना प्रोद्योगिकी परिवेश में इस क्षेत्र में नये शोध व नबाचार के अन्तर्गत कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किये गये है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश एवं राष्ट्र का विकास कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीकी के विकास पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि यह संस्थान उच्चशिक्षा के कार्याे एवं विशेषज्ञता के कारण जाना जाता है। इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन प्रवीण सिंह ने सभी अतिथिओं का स्वागत एवं आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय इन्टरनेशनल कान्फ्रेन्स रीसेन्ट एडवान्समेन्ट इन कम्प्यूटर साइंस, कम्युनिकेशन एण्ड इन्फोरमेशन टेक्नोलाॅजी के द्वारा सूचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में नये विचारों एवं सुझावों को प्राप्त किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इण्डस्ट्री और शिक्षा के बीच की दूरी को टेक्नोलाॅजी का उपयोग कर कैसे कम किया जाये इस पर भी विचार विर्मश किया जायेगा। इस अवसर पर राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनन्दी वेन पटेल सहित प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, कुलपति डाॅ0 ऐ0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्रावद्यिक विश्वविद्यालय लखनऊ सहित आई0जी0 कानपुर जोन,मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी, विजय विश्वास पंत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अनंत देव सहित पी0एस0आई0टी0 वाइस चैयरमैन निर्मला सिंह सहित तकनीकी संस्थानों के निदेशक एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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