"अग्नि सुरक्षा अपनाएं और विनाश होने से बचाएं"

आशीष मौर्य 


उन्नाव| दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा दीपावली के पर्व के अवसर पर दीपक जलाने के साथ-साथ पटाखे आतिशबाजी का प्रयोग भी किया जाता है। पटाखे- आतिशबाजी के निर्माण संग्रहण परिवहन एवं विक्रय के समय असावधानी से विस्फोट होना और आग लगने की संभावनाएं प्रबल हो जाती है। दीपावली को मद्देनजर रखते हुए जिलाधिकारी उन्नाव और पुलिस अधीक्षक ने जनपद में लाइसेंस धारक आतिशबाजी के निर्माण स्थल विक्रय स्थल भंडारण स्थल की चेकिंग के साथ साथ होने वाली संभावित दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु चेकिंग की |


अनियंत्रित प्रज्वलन की संभावनाओं का परीक्षण एवं न्यूनीकरण करने के लिए अग्निप्रसार की संभावनाओं की रोकथाम और जन जागरूकता अभियान लगातार चलाया जा रहा है|  अग्नि शिक्षा प्रचार प्रसार के क्रम में सर सैयद इंटर कॉलेज पीडी नगर एवं डॉ वीरेंद्र स्वरूप एजकेशन सेंटर के हजारों छात्र छात्राओं को अग्नि से बचाव आग बुझाने हेतु अग्निशमन उपकरणों को चलाने के साथ-साथ अग्नि जोखिम अर्थात पटाखा से सुरक्षित रहने का प्रशिक्षण अग्निशमन अधिकारी उन्नाव द्वारा दिया गया जिसमें अनेक सावधानियों से सचेत किया गया|  सावधानियों से सचेत किया गया उन्होंने सावधानियों के बारे में बताते हुये कहा कि आग लगने पर लिफ्ट का प्रयोग ना करें। सीढ़ियों का इस्तेमाल करना बेहतर है, आग लगने पर बिल्डिंग में प्रवेश द्वार को बाधा मुक्त रखें। हीटर को ज्वलनशील वस्तुओं से 4 फीट के दायरे में ना रखें, हीटर को बिना किसी देखरेख अथवा रात को सोते समय चालू ना रखें, बिजली की तारों को दीवार पर कील से ना ठोके अथवा इनका इंसुलेशन न छीलें, सिगरेट पीने के बाद ऐसे में जलती हुई ना छोड़ें, यह सुनिश्चित करें कि बिजली के तारों व बोर्ड पर बिजली की सजावट से अत्यधिक भार ना पड़ने पाए, दीया और मोमबत्ती यों को सुरक्षित स्थान पर ज्वलनशील पदार्थों से दूर जलाएं, जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर ही पटाखों की दुकान लगाएं, पटाखों को सुरक्षित स्थान पर आग के स्रोत से दूर रखें, दो बाल्टी पानी किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सदैव तैयार रखें, पटाखे छोड़ते समय चुस्त और मोटे कपड़े पहने, जलते हुए पटाखे से उचित दूरी रखें, पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती को डंडे से बांधकर प्रयोग करें, पटाखों को समतल स्थान पर रखकर ही चलाएं अन्यथा वे उलटकर नियंत्रित हो सकते हैं|


पटाखों पर दिए गए सुरक्षा निर्देशों को ध्यान पूर्वक पकड़े उसके पश्चात ही प्रयोग करें, वयस्कों के पर्यवेक्षण में ही बच्चों को पटाखा चलाने दे, वैधानिक रूप से निर्मित पटाखों को ही खरीदें जो भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमाणित हो, घनी बस्तियों में अथवा पेट्रोल पंप तेल के भंडार आरा मशीन पंडाल जैसे स्थानों के पास पटाखे अथवा राकेट ना चलाएं, रो किए गए पटाखों में बच्चे सामग्री से पटाका निर्मित करने का प्रयास ना करें, बच्चों को जलता हुआ पटाखा किसी के ऊपर ना फेंकने दें।


पटाखों को मोमबत्ती या दिए के पास ना रखें, जनता द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले सार्वजनिक स्थान जैसे फुटपाथ सड़क आदि पर आतिशबाजी ना करें, पटाखों के ऊपर झुक कर कभी भी उनको चलाने का प्रयास ना करें, पटाखों को किसी बर्तन में बंद करके ना चलाएंपटाखों को कभी जेब में ना रखें, घरों के अंदर पटाखे किसी भी दशा में ना चलाएं जाए, जो पटाखे चलाते समय चल नहीं पाते हैं उनको उठा कर देखने को प्रयास ना करें कि वह क्यों नहीं चला, पटाखों को हाथ में पकड़ कर जलाने का प्रयास ना करें हमेशा पटाखा चलाते समय टेरिलीन अथवा सिल्क के ढीले ढीले वस्त्रों को ना पहने| 



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