स्वच्छता अभियान की साख पर बट्टा ...

अरविन्द कुमार 


इलाहाबाद| विश्वविद्यालय में संयुक्त संघर्ष समिती के तत्वावधान में आज तीन मुद्दे गंभीरता से उठे जिसमें विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिए पिंक टॉयलेट, प्रोफेसर रामसेवक दुबे की नियुक्ति के अनुरूप उनका किसी भी प्रशासनिक पद पर ना बने रहना व छात्र महापंचायत की सूचना जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को देने की प्रमुखता से रही।


केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद में छात्राओं के लिए एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है... 



सबसे पहले संयुक्त संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव के नेतृत्व में पिंक टॉयलेट को लेकर छात्र कल्याण अधिष्ठाता डीएसडब्ल्यू को ज्ञापन सौंपा जिसमें प्रमुखता से यह कहा गया कि जब पूरे हिंदुस्तान में शौचालय को लेकर प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छ भारत मिशन चला रखा है|  परंतु यह बड़े दुख की बात है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद में छात्राओं के लिए एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है।


छात्रसंघ अध्यक्ष उदय प्रकाश यादव व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह विषय संयुक्त संघर्ष समिति को उठाना पड़ रहा है,विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए ,विश्वविद्यालय प्रशासन इस बाबत निर्देश जारी करके महिला छात्रावास तथा संयुक्त संघर्ष समिति को इसकी प्रतिलिपि उपलब्ध कराये और यदि विश्वविद्यालय प्रशासन  इसे ना बनवा सकें तो स्पष्ट कर दें संयुक्त संघर्ष समिति यह कार्य स्वयं करेगी क्योंकि देश की आधी आबादी का सवाल है।



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