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‘मानव तस्करी’  कुख्यात व्यापार के रूप में स्थान बना... 

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(मानव तस्करी के विरूद्ध विश्व दिवस पर विशेष) मानव जाति के सबसे बड़े विनाशक पहला 'ड्रग्स' तथा दूसरा 'हथियार' के कुख्यात दो व्यापारों के बाद 'मानव तस्करी' ने अपना तीसरे कुख्यात व्यापार के रूप में स्थान बना लिया है!... प्रदीप कुमार सिंह मानव तस्करी के विरूद्ध जागरूकता और पीड़ित व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा के अनुसार प्रतिवर्ष विश्व भर में 30 जुलाई को मानव तस्करी के विरूद्ध विश्व दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य पीड़ितों की समस्याओं व संभावित समाधानों पर रोशनी डालना है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के अनुसार विश्व भर में लगभग 21 मिलियन लोग बंधुआ मजदूरी के शिकार हैं। इस अनुमान में श्रम व यौन शोषण के लिए तस्करी किये गए लोग भी शामिल हैं। मानव तस्करी से सभी देश किसी न किसी तरह जुड़े हुए हैं। यू.एन. कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार मानव तस्करी के लगभग एक तिहाई शिकार बच्चे ही हैं, जबकि 71 प्रतिशत मानव तस्करी की शिकार महिलाएँ व लड़कियाँ हैं। मानव जाति के विनाशक पहला 'ड्रग्स' तथा दूसरा 'हथियार' के दुनिया के सबसे

सर्वोत्तम राज्य बनाने का विश्वास जनता के मन में जगाया : गृह मंत्री

केन्द्रीय गृह मंत्री ने 65,000 करोड़ रु0 लागत की250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया.. मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाने का विश्वास जनता के मन में जगाया...   लखनऊ| केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाने का विश्वास जनता के मन में जगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल गयी है और बड़े पैमाने पर यहां पूंजी निवेश सम्भव हो रहा है। प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन तो हुआ ही, साथ ही इसके 5 महीने के अन्दर 60,000 करोड़ रुपये की लागत की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास (जी0बी0सी0-1) भी पिछले वर्ष जुलाई माह में किया गया। उन्होंने कहा कि आज 65,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास (ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2) करते हुए उन्हें अपार हर्ष हो रहा है। गृह मंत्री  यहां इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2014

'जल संरक्षण एवं कृषि संबंधित चुनौतियां' पर संगोष्ठी का आयोजन

कार्यालय संवाददाता  बलिया| बैरिया तहसील में कृषि विभाग की ओर से 'जल संरक्षण एवं कृषि संबंधित चुनौतियां' विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मौजूद सैकड़ों किसानों को जल संरक्षण के साथ कृषि से संबंधित फायदेमंद जानकारी दी गई। कृषि से जुड़ी समस्याएं और उनके निदान पर भी चर्चा हुई। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि जल संरक्षण में किसान अपनी अहम भागीदारी दर्ज करा सकते हैं। भूजल स्तर का खिसकना बड़ी समस्या है, जिसका कृषि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ना तय है। इसलिए जल संरक्षण आज की बड़ी जरूरतों में एक हो गई है। उन्होंने किसानों को इस अभियान में आगे आकर सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। बताया कि भाखड़ नाला और कटहल नाला की खुदाई कराने के प्रयास हो रहे हैं। सांसद ने बताया कि किसान सम्मान योजना के अंतर्गत वे सभी किसान पात्र हैं, जिनकी खतौनी में नाम है। यदि एक परिवार के पास भी जमीन है और उसमें कुल 6 हिस्सेदार हैं तो सभी भाइयों को छह हजार का लाभ मिलेगा। उन्होंने कृषि से संबंधित विभागीय अधिकारियों से साफ कहा कि किसानों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं से जुड़ी कार्

सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम

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मो नासिर  उन्नावl लखनऊ पब्लिक इंटर कॉलेज उन्नाव में स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गयाl मुख्यअतिथि एसडीएम सदर यातायात निरीक्षकआरपी सिंह एवं स्टाफ मौजूद रहा|ए,आरटीओ अनिल त्रिपाठी एवं अशोक वर्मा मौजूद रहे| लगभग 500 बच्चों ने प्रतिभाग कियाl कार्यक्रम के बाद वृक्षारोपण भी किया गया |

ऑटोमोबाइल के शोरूम में लगी भीषण आग

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कुशीनगर| हाटा कोतवाली क्षेत्र के NH-28 हाईवे पर स्थित जेपी ऑटोमोबाइल के शोरूम में लगी आग.अग्निशमन की कई गाड़ियों ने घंटों की कोशिश के बाद आग पर काबू पायाl भीषण आग से बेसमेंट में रखी सैकड़ों दोपहिया बाइक जलकर हुईl खाक शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रहीl

आदमी की व्यथा

सुरेंद्र सैनी.. घाव लेकर चलता हूं .. अपनी रूह पर एक घाव लेकर चलता हूं  हर वक्त मुश्किलों का बहाव लेकर चलता हूं    उलझा रहता हूं जीवन की उलझनों में  हर पल मस्तिष्क में तनाव लेकर चलता हूं   दर्द का दरिया जाने कब से बह रहा   अकसर आंसुओं की चनाव लेकर चलता हूं    मूलभूत जरूरतें क्यों मर रही हैं  होकर मजबूर यूं ही आभाव लेकर चलता हूं    परिवार मेरी तरफ उम्मीद से देख रहा  मैं तो बिखरे-बिखरे मनोभाव लेकर चलता हूं    बेबसी में कैसे आतिथ्य सत्कार हो  बस आदतन मुस्कुराने का स्वभाव लेकर चलता हूं    टूटता ये तन हालात काबू कैसे करूं   उफनते जोश में कुछ करने का चाव लेकर चलता हूं    जीने की आरजू में सांसे पूरी हो रही  गम के रास्तों में पीठ पर सहलाव लेकर चलता हूं   

ट्रक ने छात्र रोंदा मौके पर दर्दनाक मौत...

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देवरिया | थाना तरकुलवा के सनहौला रामनगर पेट्रोल टंकी के पास निखिल कुशवाहा पुत्र धर्मेंद्र कुशवाहा कनक पुरा 16 वर्ष के छात्र को गिट्टी से भरा ट्रक UP 67 AT 2232 ने रोंदा छात्र की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई | इसकी सूचना स्थाई लोगों ने पुलिस को दी|  मौके पर पहुंची पुलिस को देखकर नागरिकों ने सड़क जाम कर हंगामा करने लगे और उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग की|

तू बस प्यार कर

सुरेंद्र सैनी तू बस प्यार कर.. मन की उलझन को पार कर  कुछ पल सही जरा सा प्यार कर    माना टूट गया ख्वाबों का पुलिंदा  कम से कम तू मत वार कर    तुम्हें देखकर खनक उठता हूं मैं  कभी तो कहीं आंखें चार कर    तुम जो बैठे हो दिल में मेरे  मुझसे मत अजनबी सा व्यवहार कर    मेरे सभी नज्में तेरे लिए "उड़ता" भूल कर दुनिया तू बस प्यार कर     

छोड़ा चंद्रयान

सुरेंद्र सैनी... फिर किया एक काम महान  आकाश में छोड़ा एक चंद्रयान  फिर से छा गया सुर्खियों में  देश का हो गया बड़ा नाम    होने लगा हर विभाग दक्ष  दूर तक फैला अंतरिक्ष  ये प्रयास आगे छांव देगा फैलाकर बनेगा एक बट वृक्ष    चूक नहीं कहीं भी तनिक  हर कार्य हुआ वैधानिक  काम जरा मुश्किल था  पर लगातार रहे लगे वैज्ञानिक    उजला-उजला सा आज है  अपनी बुलंद आवाज है  मंजिलें अभी और हैं  "उड़ता" ये तो बस आगाज है 

देश में होंगी खुशियां अपार

सुरेंद्र सैनी... अन्न दाता   अन्न का आधार  खेतों में पिसता जमीदार  किसानी की महिमा जानो  कैसे होगा इसका उद्धार    इसमें भरे संस्कार अपार  किसान से ना हुआ व्यापार  मुश्किलों में भी अन्न ऊपजाता  मौसम पर रहता दारमदार    आयोग बने हुए हजार  हुआ ना किसी से उपकार  जमीदार आत्महत्या कर रहा  नेता को मिलती जय-जयकार    मत बदलो अपना व्यवहार  रखो किसान से सरोकार  एक बार उभर जो जाए  'उड़ता'  देश में होंगी खुशियां अपार     

विश्व की एक लोकतांत्रिक व्यवस्था  के पुरोधा 

(लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की जयन्ती पर विशेष ) - प्रदीप कुमार सिंह लोकमात्य बाल गंगाधर तिलक एक समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी, गणितज्ञ, खगोलशास्त्री, पत्रकार और भारतीय इतिहास के विद्वान थे। तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को महाराष्ट्र के रत्नागिरि में हुआ था। तिलक के पिता गंगाधर रामचंद्र तिलक संस्कृत के विद्वान और प्रसिद्ध शिक्षक थे। तिलक एक प्रतिभाशाली छात्र थे। वह अपने कोर्स की किताबों से ही संतुष्ट नहीं होते थे। गणित उनका प्रिय विषय था। वह क्रेम्बिज मैथेमेटिक जनरल में प्रकाशित कठिन गणित को भी हल कर लेते थे। उन्होंने बी.ए. करने के बाद एल.एल.बी. की डिग्री भी प्राप्त कर ली। वह भारतीय युवाओं की उस पहली पीढ़ी से थे, जिन्होंने आधुनिक काॅलेज एजुकेशन प्राप्त की थी।तिलक को जीवन के सबसे जरूरी समय में माता-पिता का सानिध्य नहीं मिल पाया था। केवल दस वर्ष की अवस्था में ही तिलक की माँ उन्हें छोड़कर चल बसीं और कुछ ही वर्षों के बाद पिता का भी देहांत हो गया। तिलक को उनके दादा रामचन्द्र पंत जी 1857 को हुए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के किस्से सुनाते थे। इसका प्रतिफल यह हुआ कि तिलक ने बचपन से ही देश की तत्काली

सीधे विभाग से मिले वेतन की मांग उठी

(मामला संविदा कर्मियों का)  कार्यालय संवाददाता लखनऊ | उ०प्र० बिजली मज़दूर संगठन के अथक प्रयासों से शक्ति भवन व शक्ति भवन विस्तार में वाह्य सेवा प्रदाता स्रीटोन इंडिया लिमिटेड द्वारा नियोजित लगभग १०० कम्प्यूटर ऑपरेटर व अनुसेवको की ३ महीनो से रुकी तनख़्वाह का भुगतान हो गया। कुछ को अभी पूरी सैलरी नही मिली जिसका शीघ्र ही भुगतान मिलने का आश्वासन उच्चाधिकारियो ने दिया। इस अवसर पर उ०प्र० बिजली मज़दूर संगठन के प्रांतीय महामंत्री ने प्रबन्धन को धन्यवाद ज्ञापित किया व माँग की कि इन संविदा कर्मियों को ससमय भुगतान हो जिससे इनका व इनके परिवार का भरण पोषण उचित प्रकार से होता रहे। उन्होंने बताया कि इस नयी व्यवस्था के तहत पूरे प्रदेश में कमोबेश यही हालत है|  संविदा कर्मियों का कही पर भी ससमय भुगतान नही हो रहा इसलिए अत्यंत आवश्यक हो गया है की बीच में से इन ठेकेदारों को हटाया जाए व परिवहन विभाग व स्वास्थ्य विभाग की बिजली विभाग में भी संविदा कर्मियों को सीधे विभाग से वेतन दिया जाए। युवा इकाई के महामंत्री अमिताभ सिन्हा ने बताया की संविदा कर्मियों हेतु मात्र शक्ति भवन में ही तीन प्रकार के वाह्य सेवा प्रदात

योग के प्रति समर्पित विपिन मौर्य

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लखनऊ | भारत में दबे कुचले शोषितों की आवाज बुलंद करने में व समाज में लोगों को जन समस्याओं शोषण के खिलाफ जागरूक करने पर योग गुरु विपिन मौर्य को राष्ट्र, समाज व संस्था में बेहतरीन सहयोग व सराहनीय योगदान के लिए के  लिए हीरो'' सम्मान से सम्मानित किया गया|  योग गुरु विपिन मौर्य आगे भी ऊर्जा प्रतिभा समर्पण वीरता व हौसले से बुनी गई कड़ी मेहनत से आगे भी राष्ट्र, समाज व  संस्था को सदैव प्रेरित करते रहेंगे|

हक की लड़ाई के लिए सोनभद्र की सड़क पर उतरे सपाई

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सोनभद्रl राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के निर्देश पर आदिवासियों की हक की लड़ाई के लिए प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा जिला अध्यक्ष विजय यादव जिलाअध्यक्ष मिर्जापुर आशीष यादव एवं हजारों की संख्या में बहुत से समाजवादी कार्यकर्ताओं ने धरना एवं न्याय यात्रा के माध्यम से गरीब आदिवासियों को उनके हक की लड़ाई के लिए सोनभद्र की सड़क पर उतरे| सरकार से मांग की दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलेl.

कुछ उम्मीदें आज भी हैं सरकार से....

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निजीकरण की व्यवस्था ठीक नहीं...? साकेत मौर्य निजीकरण व्यवस्था भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश की जनता के लिए कदापि उचित नहीं है बल्कि यह समाज में देश में एक ऐसी खाई को जन्म देगी जिसकी भरपाई असंभव है| कल्पना करिए भारत के प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक का निजीकरण समस्त चिकित्सा सुविधाओं का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर पीजीआई एम्स मेडिकल कॉलेज इनका निजीकरण भारतीय रेलो का प्राइवेटाइजेशन भारतीय संचार निगम रोड ट्रांसपोर्ट भारत की तेल कंपनियां सभी कुछ प्राइवेट यह उचित है क्या यह देश की कम कमाई वाली जनता के हित में रहेगा क्या देश की गरीब जनता प्राइवेट हाथों में महंगी पढ़ाई महंगी चिकित्सा सुविधा रेल, यातायात को सहन कर सकती है,जिसकी आय बहुत कम है| आखिर सरकार का काम निजीकरण ही क्यों हैं... कर्मियों के बावजूद सरकार द्वारा प्रदत सुविधाएं आम जनता के हित को कुछ हद तक सुरक्षित रखती है| वैचारिक राजनीति से अलग व्यवहारिक लाभ वाली राजनीति के सिद्धांत पर चलकर सरकारें जनता का कोई भला नहीं कर सकती हैं|अगर ऐसा सब कुछ चलता रहा तो एक दिन देश कुछ पूंजीपतियों के हाथ में खिलौना सा दिखाई देगा,और देश

डर किसी का नहीं....

सुरेंद्र सैनी.. बन गए पूरे दुराचारी  आधुनिक सरकार के कर्मचारी  काम करने की नीयत नहीं  कहे सरकारी नौकरी हमारी    जनता खड़ी परेशान होती उन्हें बात समझ नहीं आ रही  दो मिनट के काम में  वो आधा घंटा लगा रही    मैनेजर को काम का पता नहीं  जैसे बैंक से उसका वास्ता नहीं  ऊपर से ग्राहकों को धमकाता  जाने कैसी खुमारी उस पर छा रही    कौन भर्ती करें है इनको  चरमरा गई अर्थव्यवस्था हमारी  खाता खुलवा कर पछता रहे  क्यों मति मारी गई हमारी    कोई कहने सुनने वाला नहीं  इनको किसी का डर नहीं  कब तक आखिर सहेगा उड़ता  इतना तो मुझ में सब्र नहीं 

सोनभद्र घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी करवाई...

सोनभद्र घटना के दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई ... (मामला जनपद सोनभद्र का)  राज्य सरकार पीड़ितों को न्याय दिलाएगी : मुख्यमंत्री मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता... लखनऊ | मुख्यमंत्री ने घटना में 10 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई तथा कुल 28 व्यक्ति घायल हुए। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही उन्होंने पुलिस महानिदेशक को इस प्रकरण का व्यक्तिगत रूप से अनुश्रवण करने तथा दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए प्रभावी कार्रवाई हेतु निर्देश दिए। इसी के साथ सोनभद्र के जिलाधिकारी को घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित कराने के लिए भी निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए गये हैं। साथ ही, घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने का भी निर्णय लिया है। दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई... उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  ने सोनभद्र की तहसील व थाना घोरावल स्थित ग्राम उम्भा में जमीनी विवाद की घटना को दुःखद बताते हुए कहा कि इस घटना के पीड़ितों के प्रति उनकी व राज्य सरक

सफाई कर्मचारियों ने निकाला विशाल मार्च 

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मामला नगर निगम में ठेकेदारी प्रथा का... लखनऊ | सफाई कर्मचारियों की समस्याओं एवं ठेके पर सफाई व्यवस्था करवाने के विरोध में लखनऊ नगर निगम से हजारों सफाई कर्मियों ने विरोध मार्च निकालकर प्रदर्शन किया,सफाई कर्मी नगर निगम की बीमार व्यवस्था एवं सफाई कर्मियों का नियमितीकरण के साथ-साथ ठेके पर सरकार द्वारा सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश के खिलाफ लामबंद होकर प्रदर्शन करने को मजबूर हुए| सैकड़ों सफाई कर्मचारी नगर निगम भवन के समक्ष एकत्रित हुए तथा वहां से नोवेल्टी सिनेमा लालबाग बसंता टॉकीज के नाजा मार्केट हजरतगंज चौराहा होते हुए गांधी प्रतिमा के समक्ष एकत्रित हुए कर्मचारियों ने अपने हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां उठा रखी थी तथा सरकार के विरुद्ध जोरदार नारेबाजी कर रहे थे| दूसरा रूख...  इस तस्वीर का...   एक और हजारों सफाई कर्मी नगर निगम के सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर तस्वीर का दूसरा रूख यह है कि हजारों लाखों सफाई कर्मियों के होने के बावजूद राजधानी लखनऊ कूड़े से पटी पड़ी है| नालियां सफाई के अभाव में बिजबिजा रही हैं नए लखनऊ के क्षेत्र गोमती नगर इंदिरा नगर आति में तो फिर कुछ

अहिंसा व प्रेम से सभी समस्याओं का समाधान संभव-गांधी

मनोज मौर्य लखनऊ। विश्व एकता सत्संग में बोलते हुए बहाई धर्मानुयायी भारती गाँधी ने कहा कि अहिंसा व प्रेम से सभी समस्याएं हल की जा सकती हैं। इसलिए आज की महती आवश्यकता है कि भावी पीढ़ी को शान्ति, एकता, अहिंसा एवं सादगी आदि गुणों का महत्व समझाया जाए। डा. भारती गाँधी ने माताओं का आह्वान किया कि वो बच्चों में सद्गुणों के विकास पर जोर दें क्योंकि महिलाओं में धैर्य, साहस तथा करुणा का अपार भंडार है। डा. गाँधी ने आगे कहा कि सी.एम.एस. में अहिंसा, शान्ति एवं विश्व एकता का पाठ पढ़ाया जाता है जिससे बच्चे बड़े होकर विश्व में एकता एवं शान्ति स्थापित कर सकें। इससे पहले, सी.एम.एस. शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत सुमधुर भजनों से विश्व एकता सत्संग का शुभारम्भ हुआ, जिन्होंने बहुत ही सुमधुर भजन सुनाकर सम्पूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक उल्लास से सराबोर कर दिया। विश्व एकता सत्संग में एक से बढ़कर एक आध्यात्मिक साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।  छात्रों ने सद्विचार, भक्तिगीत, एक्शन साँग, लघु नाटिका आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर छात्रों की माताओं ने भी गीत, संगीत व नृत्य का अनूठा समाँ बाँधकर

जिम्मेदारियों का बोझ

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सुरेंद्र सैनी... क्यों आता हूं...  हर दिन सफर से टूट कर आता हूं  अपनी उम्र से ज्यादा बूढ़ा नजरआता हूं  थक गया-पीठ पेट का फासला तय करते  संघर्ष की बेताबी अपने संग ले कर आता हूं  भूल गया हूं जीवन अपने ढंग से जीना  जिम्मेदारियों का बोझ पीठ पर लादकर लाता हूं  बाजार की राहों से नजर बचा लूं  अपने एहसासों को गिरवी रखकर उधार लाता हूं  नहीं करता अब कोई फरमाईश परिवार में  जानते हैं हर दिन मायूसी का व्यापार लाता हूं  कब तक चलेगा ऐसे ही  "उड़ता"  हर दफा मुश्किलों का अंबार लाता हूं 

जनअधिकार पार्टी की बैठक

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पिछड़े दलितों के ऊपर अन्याय कर रही सरकार.. -जअपा देवरिया| देवरिया बौद्ध विहार मैं जन अधिकार पार्टी की बैठक मैं उपस्थित मुख्य अतिथि पूर्व विधायक दीनानाथ कुशवाहा वरिष्ठ अतिथि बलजीत कुशवाहा, डॉ ओ पी मौर्या मंडल प्रभारी गोरखपुर जिलाअध्यक्ष दिनेश कुशवाहा  ने 25 हजार सदस्य बनाये जाने और ग्राम पंचायत जिला पंचायत पदों पर चुनाव लड़ा जाएगा| अहम बैठक में अवधेश राजभर ने कहा की वर्तमान सरकार आरक्षण रोजगार को ठगा पिछड़े अल्पसंख्यक दलितों के ऊपर अन्याय कर रही है बैठक में जनअधिकार पार्टी के सदस्य प्रमोद मौर्य, वरिष्ठ मौर्या, रामनिवास, राजेश, हरे कृष्णा, वरुण, रविंद्र, ने जनअधिकार पार्टी को मजबूत करने का संकल्प लिया |

खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत..

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मनोज मौर्य  सोनभद्र| घोरावल इलाके के मूर्तिया गांव में जमीन को लेकर दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 24 घायल हो गए| मरने वाले में चार महिलाएं भी शामिल है| मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स व पीएसी तैनात की गई| पुलिस ने अब तक 12 लोगों को किया गिरफ्तार|

समाज एक श्राप

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क्या है खता... सुरेंद्र सैनी... जाने अनजाने कुछ हुई खता  चलती बात न चला पता  मैं मानता रह गया  वो गैर से गए जता  कहीं कुछ खो सा गया  मैं जैसे रहा लापता  खुदा से दुआ मांगू  क्यों हाथ मेरा काँपता  क्या जुड़ा तेरे मेरे दरमियां  कहीं तो है राब्ता  मंजिलों तक हौसला  मैं रहा कदम नापता  नजरें चुराना क्या कर्म  ये कैसी आधुनिकता  समाज एक श्राप है  "उड़ता" कैसे बदलोगे  मानसिकता... 

काश एक नजर देख लेता

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सुरेंद्र सैनी.. इश्क की धूप में आंखें सेक लेता  हुस्न का बाजार एक नजर देख लेता    है हवा में महक उसके तन की  जरा तबीयत से उधर देख लेता    ना होती शिकन उनसे दूर जाने की  जो जी भर अगर देख लेता    दिल खुशी से बेजार हो जाता  हल्के से उनका लब-ए-अघर देख लेता    यूं ना भटकता गली-गली  "उड़ता"  जो एक बार जाकर उनका घर देख लेता 

मौत खुशी में झूमेगी....?

 'नजर'...अपनी अपनी ...  डॉ.नारायण प्रकाश क्या होगा जब भूख धरा पर रो-रोकर भूखी घूमेगी! प्यासी धरती फट जाएगी,प्यास समाधिया चूमेगी!! पेट मिलेंगे भूखे-भूखे तन जर्जर से सभी दिखेंगे! ख़ास कमी पानी की होगी स्वाद लहू का सभी चखेंगे!! जीवन बनेगा सांप और तब मौत खुशी में झूमेगी! प्यासी धरती फट जाएगी प्यास समाधिया चूमेगी!! ऐसे भी हालात बनेंगे यौवन प्राय:अरक्षित होगा! नंगी-भूखी बारात सजेगी,वर भी बेबस,बेछत होगा! इस जनसंख्या के बोझ तले,हर जीवन-नैया डूबीगी! प्यासी धरती फट जाएगी प्यास समाधिया चूमेगी!! और कहीं मन को बहलाओ,चुनो ना तुमअधपके खिलौने! एक ही सतति काफी समझो आगत सपने सजे सलोने! रही ना काबू आबादी तो हर सास मौत यह लूटेगी! प्यासी धरती फट जाएगी प्यास समाधिया चूमेगी!!

दीपक जले कतारों में

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प्रेमचंद सैनी... दीपक जले कतारों में, झिल-मिल छटा सितारों में| मानव तू उनकी जय बोल, ज्योति पर्व भावों को तोल| नव पीढ़ी के दीप हपारे, टिम-टिम करते बने सहारे| दीप पुरातन बुझने पर भी, दिव्य प्रभा का रहता मोल| ज्योति-पर्व भावों का तोल| दिशा-दिशा में किरणे फैली,  किन्तु रोशनी क्यों मटमैली|  लिए स्नेह निष्ठा की बाती,  तम में नवल रश्मिया घोल|  ज्योति-पर्व भावों को तोल| त्याग भला अब किसको प्यारा, मानव आज स्वार्थ का मारा| अब अपने सपनों की खातिर, नहीं लक्ष्य से.तू हिल डोल| ज्योति-पर्व भावों को तोल|  

बदमाशों ने मारी गोली

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देवरिया. तरकुलवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत महुआपतन बाजार में आनंद वर्मा को बसंतपुर नहर पर जाते समय बदमाशों ने मारी गोली सोने की चैन मोटरसाइकिल लेकर फरार आनंद वर्मा को पैर पर लगी गोली इलाज कसया हॉस्पिटल में चल रहा है

जब तेरा नाम आया

सुरेंद्र सैनी... जब भी बातों में तेरा नाम आया हवाओं के संग कोई पयाम आया    उठा जो जिक्र तेरे लबों पर याद करने भर का काम आया   तोड़कर दिल मेरा जो मुस्कुरा दिए जाने कैसे ये उनका एहतराम आया    छुआ जो जख्म तो रक्त रिसने लगा  फिर कब जाकर मरहाम आया   देखते रहे लोग तड़पना गरीब का खबर जब बनी तो उठकर आवाम आया   हसरतें कर रही बेचैन इस कदर  देखी जो तस्वीर तेरी तो आराम आया   रूठ कर चली गई थी कायनात " उड़ता" उड़ता  खोल कर देखी खिड़की तो सलाम आया 

शिवरी प्लांट में करंट से निगमकर्मी की मौत

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हादसा... लखनऊ शिवरी प्लांट में शहर का कूड़ा पहुंचाने गए नगर निगम के आर-आर विभाग में आउटसोर्सिंग के माध्यम से तैनात कर्मचारी शिव कुमार पुत्र साहब बक्स गुप्ता की करंट लगने से मौत हो गई |  कें कार्यशाला आर-आर संघ संयुक्त मोर्चा के महा मंत्री राकेश तिवारी, महामंत्री राजेश भारती, महामंत्री अनिल दुबे, संगठन की मांग है| शासन-प्रशासन से 10,000,00.00रुपये की और पत्नी को नौकरी की मांग  रखी परिवार में जिस से छोटे-छोटे बच्चों का पालन पोषण हो सके.. |

बढ़ती आबादी दुनिया के लिए चुनौतियां

विश्व जनसंख्या दिवस पर विशेष लेख लोक कल्याण की मिसाल -संन्यासी जीवन  प्रदीप कुमार सिंह विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरूआत 11 जुलाई 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालक परिषद् द्वारा हुई थी। दरअसल 11 जुलाई 1987 तक वैश्विक जनसंख्या का आंकड़ा 5 अरब के भी पार हो चुका था, वैश्विक हितों को ध्यान में रखते हुए इस दिवस को प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाने का निर्णय लिया गया। तेजी से बढ़ती दुनिया की आबादी ने हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। वर्तमान में दुनिया की आबादी 780 करोड़ पहुंच गई है जो हर दिन, हर घंटे, हर सेकंड बढ़ती जा रही है। बढ़ती आबादी से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करने के मकसद से ही हर साल यह दिवस मनाया जाता है। वर्तमान में सोशल मीडिया जैसे सशक्त माध्यम की पहुंच तथा पकड़ प्रत्येक व्यक्ति तक है। जनसंख्या वृद्धि के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के लिए हमें सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही जनसंख्या वृद्धि के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने में विभिन्न धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, शैक्षिक, एनजीओ जैसे संस्थानों का अधिकतम सदुपयोग करना चाहिए। इन संस्थानों के

मुख़्तार अंसारी का गौरवशाली इतिहास

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बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी के बारे में जानेंगे, तो हो जाएंगे हैरान--- पूर्वांचल में मुख़्तार के समर्थको का एक बड़ा वर्ग उनका समर्थन करता है...  ये इसका  कारण नहीं कि मुख्तार अंसारी किसी धर्म विशेष से ताल्लुक रखते है, और समर्थक उसी धर्म विशेष के है...  बल्कि मुख़्तार अंसारी के समर्थको में सभी वर्ग के लोग है... (तारिक आज़मी) लखनऊ| कृष्णानन्द राय हत्याकांड में बाइज्ज़त बरी हुवे मुख़्तार अंसारी आज कल एक बार फिर से सुर्खियों में है। जहा कृष्णानन्द राय समर्थक इस फैसले से दुखी दिखाई दे रहे है वही दूसरी तरफ मुख़्तार समर्थको द्वारा मिठाइया तकसीम किया जा रहा है। जेल में रहकर लगातार मुख्तार अंसारी मऊ सदर से विधायक चुने जा रहे है तो उसके पीछे सिर्फ धार्मिक भावना ही नही है। बल्कि पूर्वांचल में उनके समर्थको का एक बड़ा वर्ग उनका समर्थन करता है। ये इस कारण नहीं कि मुख्तार अंसारी किसी धर्म विशेष से ताल्लुक रखते है, और समर्थक उसी धर्म विशेष के है। बल्कि मुख़्तार अंसारी के समर्थको में सभी वर्ग के लोग है। ख़ास तौर से भूमिहार जाति के समर्थको की कमी नही है। पुरे पूर्वांचल में भूमिहार वर्ग में मुख्तार अंसारी की अच्

बारिश का इंतजार है...

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सुरेंद्र सैनी उमस से मौसम सरोबार है..  सूरज की तन से हुए रार है| पसीना छलक आए ऐसी रंजीश में..  ए बारिश तेरा इंतजार है| जाने मानसून कहां द्वार है.. हवाओं का रुख भी तड़ीपार है| तोआती तो दिल-ए-आरजू खिल जाती.. ए बारिश तेरा इंतजार है | सूखा जलाशय का आकार है .. यह ग्लोबल वार्मिंग का प्रकार है| कर उठे त्राहि सब जीव जन्तु..  ए बारिश तेरा इंतजार है | ये ऊष्म विधाता का व्यापार है..  मानव से कुदरतन हुआ अत्याचार है| सास की डोरी का कसाव है..  ए बारिश तेरा इंतजार है| देरी से वर्षा हर बार है..  जैसे इस पर नाराजगी सवार है | ये रूह भी प्यासी हो चली  "उड़ता"..   अब तो बारिश तेरा इंतजार है||

होम साइंस में रोज़गार की अपार संभावनाएं...

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होम साइंस की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि इस पर बेरोजगारी जैसे शब्द का प्रयोग बेमानी लगता है..   होम साइंस को कैरियर चुनने से पहले स्टूडेंट स्वयं आकलन कर ले कि उसकी सामाजिक और पारिवारिक अपेक्षाएं क्या है,वह कितना द्ढ प्रतिज्ञा है और कितना परिश्रमी है| इसे परखने के बाद यदि होम साइंस काअध्ययन करता है तो सफलता के चांसेज बढ़ जाते हैं|होम साइंस एक ऐसा विषय है जिसमें फिजियोलॉजी,साइकोलॉजी,केमेस्ट्री,फिजिक्स,चाइल्ड,डेवलपेमेंट कम्युनिटी,लविंग,रूरल,डेवलपेमेंट,न्यूट्रीशियन भोजन,कपड़े और उनकी डिजाइनिंग तथा घर का मैनेजमेंट शामिल है कैरियर की दृष्टि से महिलाओं के लिए इस विज्ञान में अपार संभावनाएं हैं| वर्तमान में काटेपेररीआर्ट,आधुनिक हाउसकीपिंग और घर की साज-सज्जा मैं भविष्य ब्राइट है  होम साइंस का क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है चाइल्ड डेवलपेमेंट,फैमिली रिलेशन,कम्युनिटी लिविंग,भोजन व्यवस्था,न्यूट्रीशन और घर का मैनेजमेंट आदि ऐसे सब्जेक्ट काअध्ययन जुड़ा है,जो परिवार और देश को उन्नतशील बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं यदि इसे कैरियर के रूप में देखा जाए तो यह सब्जेक्टआधुनिक महिलाओं के लिए सम्मान दिलाने वाला

प्रदेश व्यापी आंदोलन का ही सहारा -सुहेल

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न में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वेतन विसंगति, पुरानी पेन्शन, पदोन्नति आदि समस्याओं पर कोई भी ध्यान नही दे... मनोज कुमार मौर्य  लखनऊ | उत्तर प्रदेश बिजली मज़दूर संगठन के प्रांतीय महामंत्री सुहेल आबिद की अध्यक्षता में विद्युत नगरीय वितरण मण्डल-8, लेसा सिस-गोमती, रेज़िडेन्सी, लखनऊ में एक बैठक आहूत की गई। जिसमें संगठन की समस्त पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से 2019-20 उक्त इकाई का गठन करते हुए निम्न कर्मचारियों को सदस्य कार्यकारिणी/पदाधिकारी तत्काल प्रभाव से मनोनीत किया गया। संगठन के सदस्य कार्यकारिणी ने भी पदाधिकारियों के नाम पर सहमति जतायी । आज कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुयी। महामंत्री सुहेल आबिद ने बताया कि वर्तमान प्रबंधन में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वेतन विसंगति, पुरानी पेन्शन, पदोन्नति आदि समस्याओं पर कोई भी ध्यान नही दे रहा जो अत्यंत ही खेद का विषय है। संगठन ने सम्भावित निजीकरण के मुद्दे पर भी प्रबंधन को चेताया की यदि उन्होंने इस दिशा में कोई भी क़दम आगे बढ़ाया तो संगठन को प्रदेश व्यापी आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा व जिसकी सम्पूर्ण ज़िम्मेद

इंतजार है बारिश तेरा.. आज भी

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उमस से मौसम सरोबार है..  सूरज की तन से हुए रार है| पसीना छलक आए ऐसी रंजीश में..  ए बारिश तेरा इंतजार है| जाने मानसून कहां द्वार है.. हवाओं का रुख भी तड़ीपार है| तोआती तो दिल-ए-आरजू खिल जाती.. ए बारिश तेरा इंतजार है | सूखा जलाशय का आकार है .. यह ग्लोबल वार्मिंग का प्रकार है| कर उठे त्राहि सब जीव जन्तु..  ए बारिश तेरा इंतजार है | ये ऊष्म विधाता का व्यापार है..  मानव से कुदरतन हुआ अत्याचार है| सास की डोरी का कसाव है..  ए बारिश तेरा इंतजार है| देरी से वर्षा हर बार है..  जैसे इस पर नाराजगी सवार है | ये रूह भी प्यासी हो चली  "उड़ता"..   अब तो बारिश तेरा इंतजार है||

माँ तुम्हें प्रणाम...

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पुणे निवासी 'फुले ज्योतिबा, जन सेवी शुचि नाम है| घर-घर में शिक्षा फैलाई, मेरा तुम्हें प्रणाम है|                   निर्बल का उद्धार किया था,                    पुरोंहितों की मनमानी थी|                    पथ में बिछे हुए शूलो को,                    सदा हटाने की ठानी थी|                     धर्म जाति के दुष्प्रभाव से,                     तुम हरजन के रखवाले थे                      दलितों के प्राणों तुम ही,                     नवल स्फुरित भरने वाले थे| पत्नी 'सावित्री' ने भी तो किया कीर्तिमय काम है| घर-घर में शिक्षा फैलाई मेरा तुम्हें प्रणाम है|                      अगणित शिक्षा मंदिर खोलें,                         साक्षरता के मतवाले थे|                         संप्रदाय के विष से पीड़ित,                       जन-जन के तुम रखवाले थे|                           भेद-भाव दीवार मिटाकर,                       अद्भूत  साहस दिखलाया था|                           जीर्ण रूढ़ियां तुमने कुचली,                         मानव का हृदय खिलाया था| संघर्षों का बिगुल बजाया धर्म-कर्म अभिराम है| घर-घर म

जरूरी है शिक्षा ...

 सुरेंद्र सैनी अपनी सब की जिद है शिक्षा अपना सबका हक है शिक्षा                        जो हम दे दे सबको शिक्षा                         हो जाए अधिकारों की रक्षा वैसे तो कठिन जीवन-नक्शा पर संघर्ष सिखाती  है शिक्षा                          प्रयास मेहनत से मिले दीक्षा                            तालिम दिलाती है शिक्षा  निरक्षर को मांगनी पड़े भिक्षा रोजगार के काबिल बनाती है शिक्षा                          जमाने में पग-पग हो समीक्षा                           प्रत्यक्ष जवाब दिलाती है शिक्षा        ना हो बैर, किसी से ना ईर्ष्या हमें संवेदना से सजाती है शिक्षा                           ठोकरों ने बना दिया रक्सा                             काश उसे मिलती शिक्षा  वाजिब तेरा सवाल है "उड़ता"  जैसे जीवन भरे प्राण है शिक्षा |