सम्मानित हुई सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्में ...-फिल्म महोत्सव
पुरस्कारों से सम्मानित हुई सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्में देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने अभिनेत्री सुदीपा सिंह एवं बाल कलाकार अनुष्का सेन, दर्शील सफारी एवं यूसुफ हुसैन ने बाँधा समाँ...
कार्यालय संवाददाता
लखनऊ। ‘अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2019) ’ के सातवें दिन आज देश-दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को 10 लाख रुपये के नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि हृदय नारायण दीक्षित, प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने विभिन्न देशों की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों के निर्माता व निर्देशकों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया।
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इस अवसर पर अभिनेत्री सुदीपा सिंह एवं बाल कलाकार अनुष्का सेन, दर्शील सफारी एवं यूसुफ हुसैन ने अपनी उपस्थिति से बाल फिल्मोत्सव की रौनक में चार-चांद लगा दिये। हजारों की संख्या में उपस्थित छात्रों व युवाओं ने दिल खोलकर इन प्रख्यात हस्तियों का स्वागत किया। इससे पहले, प्रातःकालीन सत्र में नगर आयुक्त श्री इन्द्रमणि त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित कर बाल फिल्मोत्सव के सातवें दिन का विधिवत् शुभारम्भ किया। विभिन्न देशों की सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को आज अलग-अलग वर्गों में 10 लाख रुपये के नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया गया तथापि 101 देशों से प्राप्त 1655 से अधिक प्रविष्टयों में से सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों का चयन किया गया।
सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों का चयन एक अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा किया गया, जिनमें श्री निल्स मामरोज (डेनमार्क), लाली किक्नावेलीज (जार्जिया), विद्याशंकर एन जोईस (भारत), श्याम प्रसाद (भारत) एवं विनोद गनात्रा (भारत) शामिल हैं। पुरस्कार वितरण समारोह में बोलते हुए मुख्य अतिथि हृदय नारायण दीक्षित, विधानसभा अध्यक्ष, उ.प्र., ने कहा कि बच्चे बहुत जिज्ञासु होते है और ऐसे में यदि उन्हें अच्छी चीजें देखने, पढ़ने व सुनने को मिलेगी तो वो अच्छी चीजों को ही अपना लेंगे। मुझे प्रसन्नता है कि सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव बच्चों के दिलो-दिमाग को अच्छाई की ओर प्रेरित कर रहा है और उन्हें समाज का आदर्श नागरिक बनने को प्रोत्साहित कर रहा है। बाल फिल्मोत्सव के पुरस्कार वितरण समारोह में इटली की बाल फिल्म ‘एधेल’ को ‘बेस्ट चिल्ड्रेन्स फीचर फिल्म अवार्ड’ से नवाजा गया। इस बाल फिल्म को स्वर्ण ट्राफी से नवाजा गया तथापि फिल्म के निर्देशक मार्को रेन्डा को प्रशस्ति पत्र एवं 1,25,000 रूपये एवं निर्माता विनियन्स प्रोडक्शन को प्रशस्ति पत्र एवं 1,25,000 रूपये के पुरस्कार से नवाजा गया। बेस्ट एनीमेशन फीचर फिल्म का पुरस्कार रूस की बाल फिल्म ‘द फिक्सीज टॉप सीक्रेट’ को दिया गया तथापि फिल्म के निर्माता-निर्देशक प्रत्येक को 1,25,000 रूपये की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
बेस्ट शार्ट फिक्शन फिल्म को अवार्ड भारतीय बाल फिल्म ‘गिव - ए म्यूजिकल टेल’ को दिया गया गया एवं इसके निर्माता इक्वितास बैंक को 65,000 रूपये एवं निर्देशक श्री चेला को 85,000 रूपये, प्रशस्ति पत्र व सिल्वर ट्राफी से नवाजा गया। बेस्ट शार्ट एनीमेशन फिल्म का अवार्ड अमेरिका की बाल फिल्म ‘लिजार्ड क्वेस्ट’ को दिया गया तथापि फिल्म के निर्माता व निर्देशक को क्रमशः 85,000 रूपये एवं 65,000 रूपये एवं सिल्वर ट्राफी व प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया। इसी प्रकार बेस्ट शार्ट डाक्यूमेन्ट्री फिल्म को अवार्ड स्पेन की फिल्म ‘मोर दैन सिल्वर’ को दिया गया एवं निर्माता-निर्देशक को क्रमशः 40,000 रूपये व 60,000 रूपये की धनराशि से नवाजा गया। इसी कड़ी में ईरान की बाल फिल्म ‘हियर माई विलेज’ को डा. जगदीश गाँधी स्पेशल ज्यूरी अवार्ड से नवाजा गया जबकि दक्षिण अफ्रीका की बाल फिल्म ‘बैली फ्लाप’ को डा. भारती गाँधी स्पेशल ज्यरी अवार्ड से नवाजा गया। इन दोनों बाल फिल्मों के निर्देशक को रु. 60,000 रू. व निर्माता को रू. 40,000 की नगद राशि प्रदान की गई।
बाल फिल्मोत्सव के सातवें दिन आज दुनिया भर की शिक्षात्मक बाल फिल्मों के प्रदर्शन भी हुआ, जिनमें पछतावा, रूशनाई, पीस स्कूल, रेड टोमैटो, द नेचर ऑफ लास्ट थिंग्स, इट कैन बी योर लव, सीजन फ्राग, गुलदस्ता, इन्विजिबल 3, सेलेक्ट अर्थ, चाकलेट क्वेस्ट, बेअरफूट एक्रास द स्काई, फर्स्ट पिक्चर ऑफ सन, गॉड्स पॉवरहाउस आदि अनेकों मनोरंजन से भरपूर उत्कृष्ट फिल्में प्रदर्शित की गई। बाल फिल्मोत्सव में आज लखनऊ के 41 स्कूलों के 12,000 से अधिक छात्रों ने शैक्षिक बाल फिल्मों का आनन्द उठाया।
अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव में पधारी अभिनेत्री सुदीपा सिंह एवं बाल कलाकार अनुष्का सेन, दर्शील सफारी एवं यूसुफ हुसैन एक प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकारों से बातचीत करती हुई अभिनेता यूसुफ हुसैन एवं अभिनेत्री सुदीपा सिंह ने कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव बच्चों के साथ ही अभिभावकों व शिक्षकों को भी सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने हेतु प्रेरित करने में मददगार है।
बाल कलाकार अनुष्का सेन एवं दर्शील सफारी का कहना था कि यह बाल फिल्म महोत्सव एक ऐतिहासिक अवसर है जो छात्रों को एवं खासकर युवा पीढ़ी को चरित्र निर्माण एवं सर्वांगीण विकास की प्रेरणा दे रहा है।