खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु अनेक योजनाएं संचालित : मुख्यमंत्री

प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक अर्जित कर प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं....


लखनऊ वीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में सिन्थेटिक हॉकी मैदान एवं कुश्ती हॉल के लोकार्पण के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने उसका अवलोकन किया। स्पोर्ट्स कालेज के विद्यार्थियों द्वारा जिमनास्टिक/ हॉकी का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जितना ऊर्जावान होता है, उतना ही अनुशासित भी होता है। उन्होंने स्पोर्टस कॉलेज के विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं, जिसका नतीजा है कि प्रदेश के खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक अर्जित कर प्रदेश व देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की समस्याओं का निराकरण प्रमुखता के आधार पर किया जा रहा है क्योंकि सुविधा के अभाव में खिलाड़ी अपनी क्षमता का भरपूर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, इसलिए खेल सुविधाओं को विकसित करने की दिशा में निरन्तर कार्य किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ओलम्पिक गेम्स में प्रतिभाग/पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहन/पुरस्कार की धनराशि दी जाती है। जिसके अन्तर्गत स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक के लिए 4 करोड़ रुपये, कांस्य पदक के लिए 2 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि दी जाती है। इसी प्रकार एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभाग/पदक विजेता खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक के लिए 50 लाख, रजत पदक विजेता के लिए 30 लाख रुपये, कांस्य पदक के लिए 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन/पुरस्कार राशि दी जाती है।


24 जनवरी को ‘उत्तर प्रदेश दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न खेलों के एक-एक खिलाड़ी को प्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार, पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार और महिला वर्ग में रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अन्तर्गत अलंकृत होने वाले खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र, लक्ष्मण/रानी लक्ष्मी बाई की कांस्य प्रतिमा तथा रुपए 3 लाख 11 हजार की धनराशि प्रदान की गयी थी।


खेलों को विकसित करने हेतु विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि हर गांव में स्थापित हो जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ अच्छे खिलाड़ी कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसी भी अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता करने वाले खिलाड़ी को राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्ति कोटे की रिक्तियों को तत्काल प्रभाव से भरे जाने की कार्यवाही गये हैं।


इस अवसर पर खेलकूद युवा कल्याण एवं कौशल विकास मंत्री  चेतन चौहान ने कहा कि खेलों को विकसित करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। खेल का वातावरण बनाने तथा आधुनिक सुविधाएं प्रदान कर उसे निरन्तर विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। खेल निदेशक आर.पी. सिंह ने इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों को स्वागत किया।


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