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मनमोहन सिंह पोपली वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स की तरफ से सम्मानित

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  प्रीतपाल सिंह   लखनऊ. यूँ तो सिख समाज पुरे कोरोना काल में समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए विभिन सेवाएं करता आ रहा है जिसमे मुफ्त राशन, ऑक्सीजन सिलेंडर का विभिन गुरद्वारों में लंगर व अन्य सेवाएं प्रमुख रही हैं. इसी कड़ी में कुछ लोगों ने समाज के अंदर जागरूकता फ़ैलाने का काम किया और विश्व स्वस्थ्य संगठन द्वारा जारी नियमावली को जन जन तक पहुँचाने का काम किया. जिसके परिणाम स्वरुप देश के अंदर कोरोना के प्रति लोगों के अंदर जागरूकता बड़ी व लोगों ने इस महामारी का सकारात्मक रूप से सामना किया. इसी को देखते हुए वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड (लंदन) ने POPLI LIVE चैनल व बसंत साउंड के मालिक सरदार मनमोहन सिंह पोपली को "सर्टिफिकेट ऑफ़ कमिटमेंट" से सम्मानित किया. ये सर्टिफिकेट हेड ऑफ़ यूरोप (WILHELM  JEZLER ) की तरफ से जारी किया गया. श्री सिंह ने इस सम्मान का श्रेय लखनऊ की जनता को दिया व ईश्वर का शुक्रिया अदा किया. लखनऊ में उन्होंने ये सम्मान इतिहासिक गुरद्वारा यहियागंज के कथा वाचक ज्ञानी जगजीत सिंह जाचक को हाथों प्राप्त किया.

व्यापक स्तर पर महिलाओं को रोज़गार देने की तैयारी

व्यापक स्तर पर महिलाओं को रोज़गार के लिए तैयार करने, आर्थिक स्वतंत्र क्षमता निर्माण एवं कुछल नेतृत्वकर्ता बनाना जरूरी.. महिलाओं में व्यवसायिक कौशलता कैरियर और डिजिटल साक्षरता सहित कुछल नेतृत्वकर्ता बनाने, व्यापक अभियान की जरूरत.. किशन भावनानी वैश्विक स्तर पर महिलाओं की कार्यक्षमता, बौद्धिक क्षमता, नेतृत्व और निर्णयक्षमता का विकास तीव्रता से हो रहा है और अनेक बड़े-बड़े पदों पर तीव्रता से महिलाएं अपनी निर्णयक्षमता और कार्यक्षमता का कीर्तिमान सिद्ध कर रही हैं, जिसे प्रोत्साहन देने के लिए वैश्विक स्तरपर महिलाओं को जवाबदारी वाले निर्णायक पदों पर आगे किया जा रहा है...।  साथियों बात अगर हम भारत की करें तो भारत में महिलाओं का अति सम्मान किया जाता है,चाहे वह प्रशासनिक, सामाजिक  राजनैतिक रूप से हो या भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता में आए वचनों में हो, महिलाओं को लेडीस फर्स्ट का दर्जा दिया जाता है। परंतु मेरा मानना है कि जिस गति से महिलाओं को रोज़गार उपलब्ध कराने चाहिए, उन्हें आर्थिक स्वतंत्र बनाने के लिए विशेष कौशलता अभियान चलाकर उन्हें कौशल संपन्न करना चाहिए, वैसी गति से अपेक्षाकृत कम उत्साह द

साउथ फिल्मो की मशहूर अभिनेत्री मेघाश्री अब भोजपुरी में

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खेसारीलाल सुपरस्टार के साथ-साथ बहुत अच्छे इंसान भी है -मेघा श्री साउथ फिल्मो की मशहूर अभिनेत्री मेघा श्री से हमारे  टॉक टाइम  संवाददाता  संजय सिंह  की खास मुलाकात... उत्तर प्रदेश के लोग बहुत अच्छे हैं, खेसारीलाल यादव जी के साथ काम करके बहुत अच्छा लग रहा है -मेघा श्री   इंसान की जिंदगी कब किस करवट लेगी कोई नहीं जानता  कर्नाटक  में जन्मी पली-बढ़ी प्रतिमा-मंजूनाथ की बेटी मेघाश्री को बचपन से आईपीएस बनने की ख्वाहिश थी लेकिन कुदरत को तो कुछ और मंजूर था। किसी ने सोचा नहीं था कि वह इतनी बड़ी एक्ट्रेस बनेंगी।  बचपन से ही मेघा नटखट हैं।  पढ़ाई के दौरान क्लास 8 में जब पहली बार ड्रामा करने का मौका मिला तो मेघा श्री ने अपने पहले अभिनय से ही सभी को चकित कर दिया। यही से सिलसिला शुरू हुआ, एक के बाद एक मेघा श्री ने  कई ड्रामा किया।  जब बड़ी हुई तो शौक भी बढ़ा, लोगों के कहने पर उन्होंने एक तेलुगू फिल्म के लिए ऑडिशन दिया और पहले ऑडिशन में ही तेलगु की फ़िल्म में काम मिल गया वो भी लीड रोल। मेघाश्री तेलुगू, कन्नड़, मराठी इत्यादि कई तरह की फिल्में की जिसमे ज्यादातर फिल्मे हिट रही।  अब भोजपुरी में भोजपुरी फिल्मो

मनमोहन सिंह पोपली वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स की तरफ से सम्मानित

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प्रीतपाल सिंह   लखनऊ. यूँ तो सिख समाज पुरे कोरोना काल में समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाते हुए विभिन सेवाएं करता आ रहा है जिसमे मुफ्त राशन, ऑक्सीजन सिलेंडर का विभिन गुरद्वारों में लंगर व अन्य सेवाएं प्रमुख रही हैं. इसी कड़ी में कुछ लोगों ने समाज के अंदर जागरूकता फ़ैलाने का काम किया और विश्व स्वस्थ्य संगठन द्वारा जारी नियमावली को जन जन तक पहुँचाने का काम किया. जिसके परिणाम स्वरुप देश के अंदर कोरोना के प्रति लोगों के अंदर जागरूकता बड़ी व लोगों ने इस महामारी का सकारात्मक रूप से सामना किया. इसी को देखते हुए वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड (लंदन) ने POPLI LIVE चैनल व बसंत साउंड के मालिक सरदार मनमोहन सिंह पोपली को "सर्टिफिकेट ऑफ़ कमिटमेंट" से सम्मानित किया. ये सर्टिफिकेट हेड ऑफ़ यूरोप (WILHELM  JEZLER ) की तरफ से जारी किया गया. श्री सिंह ने इस सम्मान का श्रेय लखनऊ की जनता को दिया व ईश्वर का शुक्रिया अदा किया. लखनऊ में उन्होंने ये सम्मान इतिहासिक गुरद्वारा यहियागंज के कथा वाचक ज्ञानी जगजीत सिंह जाचक को हाथों प्राप्त किया.

आरटीआई में नहीं बताएगा पीएमओ.

भारत में पेगासस  स्पाइवेयर  प्रयोग मामले की जांच के लिए क्या किया   PMO ’ s big ‘NO’ to disclose information under RTI act on actions taken to enquire use of Pegasus spyware in India. लखनऊ.  इसराइली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप टेक्नॉलॉजीज़ द्वारा बनाये गए पेगासस नाम के स्पाइवेयर प्रोग्राम के भारत में प्रयोग किये जाने के मामले की जांच कराने के लिए भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा की गई कार्यवाही की सूचना को भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय ने आरटीआई एक्ट के तहत सार्वजनिक करने से मना कर दिया है.  दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ के आरटीआई एक्टिविस्ट और इंजीनियर संजय शर्मा ने प्रधानमंत्री कार्यालय में सूचना का अधिकार कानून के तहत अर्जी देकर यह जानना चाहा था कि बहुचर्चित पेगासस जासूसी मामले की जांच के लिए देश के प्रधानमंत्री कार्यालय ने क्या-क्या कार्यवाहियां कीं हैं.  प्रधानमंत्री कार्यालय के अवर सचिव एवं केन्द्रीय जन सूचना अधिकारी प्रवीन कुमार ने संजय को पत्र भेजकर कहा है कि संजय द्वारा माँगी गई सूचना सूचना का अधिनियम 2005 की धारा 2( f ) के अंतर्गत सूचना की परिभाषा में नहीं आती है और सूचन

धसने लगी परसौना-निगाही फोरलेन

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डीएमएफ फण्ड से 39 करोड़ की लागत से छ: महीने पहले एमपीआरडीसी के द्वारा कराया गया था सड़क का निर्माण कार्य पारसनाथ प्रजापति  सिंगरौली। एमपीआरडीसी ने छ: महीने पूर्व जिला मुख्यालय बैढऩ में ऐसी सड़क का निर्माण कार्य कराया जहां एक बरसात के सीजन को भी 39 करोड़ की सड़क हैवी वाहनों को नहीं झेल पायी और सड़क कई जगह धस गयी है। नवभारत ने 17 अगस्त को प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर एमपीआरडीसी के अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था। आनन-फानन में अब गड्ढों में पैच मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है।  उल्लेखनीय है कि परसौना तिराहा से लेकर निगाही मोड़ तक हाल ही के कुछ महीने पूर्व फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य 39 करोड़ रूपये की लागत से क्रियान्वयन एजेंसी एमपीआरडीसी द्वारा संविदाकार शिवशक्ति कान्स्ट्रक्शन कंपनी से कराया। एक ओर जहां निर्धारित समय सीमा में फोर लेन 10 किमी दूरी के सड़क को बनाने में तकरीबन 3 साल के अधिक समय तक ठेकेदार ने लगा दिया। निर्धारित समय सीमा में फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य जहां पूर्ण नहीं हो पाया। वहीं दूसरी ओर सड़क के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाये जाने लगे। आलम यह है कि 10 कि

रेत का अवैध कारोबार फिर पकड़ा जोर

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चितरंगी-गढ़वा क्षेत्र  चितरंगी के बर्दी, चिकनी, गढ़वा के गोडग़वां में अवैध रूप से हो रहा रेत का भण्डारण. .  खाकी बर्दी बेखबर,शाम ढलते ही माफिया सक्रिय.. पारसनाथ प्रजापति  सिंगरौली। चितरंगी, गढ़वा थाना क्षेत्र में एक बार फिर से रेत कारोबारी पनपने लगे हैं। आरोप है कि खाकी बर्दी का संरक्षण इन रेत माफियाओं को मिलने लगा है। जहां शाम ढलते ही चितरंगी थाना क्षेत्र के बर्दी,चिकनी व गढ़वा के देवरा व नौडिहवा चौकी के गोडग़वां सोन नदी से रेत उत्खनन कर जगह-जगह खपाया जा रहा है।  सोन नदी से रेत के अवैध उत्खनन से सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य व संबंधित थाने के जबावदेह अंजान हैं। वहीं रेत माफियाओं के फिर से सक्रिय होने पर प्रदेश सरकार की भी किरकिरी शुरू हो गयी है गौरतलब हो कि म.प्र.के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का सख्त निर्देश है कि किसी भी हालत में गौण खनिज का अवैध उत्खनन, परिवहन नहीं होगा। तो वहीं कलेक्टर भी प्रत्येक सप्ताह समीक्षा बैठक में सख्त निर्देश देते आ रहे हैं कि रेत, शराब, भू-माफियाओं के विरूद्ध सख्ती के साथ कार्रवाई करें। कलेक्टर, एसपी के सख्त निर्देश के बावजूद अंचल मे