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मांगों की पूर्ति न होने पर 2 मार्च 2021 से होगा क्रमिक अनशन

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  नगर निगम संयुक्त मंच हुए एकजुट प्रशासन ने मांगा समय सुजाता लखनऊ ।    नगर निगम कर्मचारी संयुक्त मंच द्वारा पूर्व घोषित आन्दोलन के क्रम में मृतक आश्रित की नौकरी समेत 9 सूत्रीय मांगों को लेकर नगर निगम परिसर में नगर निगम कर्मचारी संघ ने एक विशाल धरना प्रदर्शन किया।  इस दौरान हजारों की तादाद मै नगर निगम कर्मचारी मौजूद रहे और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की साथ ही नगर निगम पर तानाशाही का आरोप भी लगाया गया। वही कैसर रज़ा (प्रांतीय प्रवक्ता, यूपी स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ) ने कहा कि 9 सूत्रीय मांगों में से हमारी प्रमुख मांगे मृतक आश्रित की नौकरी है। उनका कहना है कि इस तरह के फैसले उन लोगों के साथ विश्वासघात है जिन लोगों ने लंबे समय तक निगम में सेवा दी और असमय उनकी मृत्यु हो गई उनके आश्रितों को नगर निगम नौकरी नहीं दे रही है ।  यह सब गलत है जिसके चलते नगर निगम कर्मचारी संध इसका विरोध करता रहेगा, साथ ही कहा प्रदेश सरकार की तरफ से भी इसका कोई आदेश जारी नहीं हुवा है । इस लिए हम सब कर्मचारी इस आदेश को नहीं मनवाया जा सकता है ।  धरना-प्रदर्शन के मध्य दोपहर 2ः00 बजे नगर आयुक्त के प्रतिनिधि के रूप मे

बसंत आया तो साहित्य के महाप्राण निराला याद आ ही जाते है

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  साहित्य नगरी के कोहिनूर है निराला प्रकाश शुक्ला साहित्य नगरी उन्नाव के कोहिनूर है निराला। बसंत आया तो साहित्य के महाप्राण निराला याद आ ही जाते है। 21 फरवरी 1896 को बंगाल के माहिसादल जनपद के मेदनीपुर गाँव में पैदा हुए निराला इकलौते है जो ज्ञान की देवी माँ सरस्वती की गोद में स्वयं जा बैठे।  बसंत के दिन अपना जन्मदिन स्वयं घोषित करने वाले महाप्राण ने विद्रोही स्वर सिर्फ लेखन में नही उकेरे बल्कि स्वयं जिया भी है। उनके जन्मदिन पर इस किस्से को सुनकर आप गर्व किये बिना नही रह सकते।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिंदी साहित्य पर चोट करते हुए लिखा कि हिंदी साहित्य में कोई ठाकुर रविन्द्र नाथ टैगोर के बराबर नही है। निराला टैगोर जी को अपना गुरु मानते थे बावजूद इसके उन्हें गांधी जी की बात इतनी अखरी की वह उन्हें ढूंढते हुए इलाहाबाद जा पहुंचे।  महादेवी वर्मा से उनके भाई बहन के प्रगाढ़ रिश्ते थे। पता चला कि गांधी जी स्वराज भवन में ठहरे है तो दोनों लोग वहीं के लिये चल पड़े। रास्ते में ताँगे पर एक बकरी को जाते निराला ने महादेवी से कहा हिंदी कवि पैदल और बकरी तांगे पर जरूर यह बापू की बकरी होगी।  बात सही थी

प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं

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निःशुल्क बैग के साथ मास्क पाकर चहके बच्चे बच्छराज सिंह मौर्य  फतेहपुर। कंपोजिट  विद्यालय भगवंतपुर  मे बच्चों को निशुल्क बैग व मास्क वितरित किया गया l गंगा बचाओ सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद शरन सिंपल व  समाजसेवी अरुण जायसवाल ने  कंपोजिट स्कूल भगवंतपुर में बच्चों को निःशुल्क बैग व मास्क  वितरित किया। गंगा बचाओ सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र शरन सिंपल ने कहा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं है, परिषदीय प्राथमिक व जूनियर स्कूलों के बच्चे निश्चित ही विद्यालय, गांव व जनपद का नाम रोशन करने की काबिलियत  रखते हैं, जरूरत मात्र इनके उचित मार्गदर्शन की है। समाजसेवी अरुण जयसवाल एडवोकेट ने विद्यालय के भौतिक परिवेश पर संतोष जताया और विद्यालय के बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।  इस अवसर पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक रवींंद्र प्रताप  सिंह, रानी देवी पांडेय, अजय सिंह, लक्ष्मी आनंद, अंशिका देवी, अर्चना मिश्रा, आत्मानंद, अग्निहोत्री, मीना कुमारी, माया देवी, मनोरमा देवी, मुन्नी देवी सहित अभिभावक व विद्यालय के बच्चे मौजूद रहे।

व्यापार मंडल महामंत्री पर जानलेवा हमला

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ब्यूरो कार्यालय लखनऊ ।  दो वाहनों में हुई टक्कर के मामले में बीच बाराव व समझौता करा रहा था सरोजिनी नगर के व्यापार मंडल महामंत्री पर जानलेवा हमला व्यापारियों ने आक्रोशित होकर बंद की दुकानें । व्यापारी का कहना है कि स्पेक्टर द्वारा कार्रवाई न किए जाने की बात कहने पर सभी आक्रोशित हो गए और चौकी का घेराव कर करीब आधा घंटा स्थानीय लोगों ने लखनऊ कानपुर रोड जाम कर दिया ।  इस दौरान व्यापारी का आरोप है की जेब में पड़े रुपए भी लूटे पुलिस के सामने चौकी पर मारपीट होती रही मगर पुलिस बेचारी क्या करती ।  बीज बराक करने का काफी प्रयास किया मामला सरोजिनी नगर थाने के हैडिल चौकी का है । 

सैकड़ों समर्थको के साथ ऊषा मौर्या ने कांग्रेस छोड़ी

  कांग्रेस को बड़ा झटका बच्छराज सिंह मौर्य  फतेहपुर। कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व एआईसीसी ऊषा मौर्य ने पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र देते हुए हाईकमान पर कई गम्भीर आरोप लगाए हैं। पूर्व में फतेहपुर लोकसभा एवं हुसैनगंज विधान सभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकीं ऊषा के साथ तमाम कांग्रेसियों ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है।  राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उ०प्र० प्रभारी प्रियंका गांधी समेत पीसीसी चेयरमैन अजय कुमार आदि को भेजें गए त्याग पत्र में उन्होंने राष्ट्रीय, प्रांतीय एवं स्थानीय नेतृत्व पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं वरिष्ठ नेताओं पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आहत एवं क्षुब्ध होकर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं वर्तमान पद से त्यागपत्र देने की बात कही है।ऊषा मौर्य के उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गंगा प्रसाद पाल, नरसिंह यादव, हिमांशु गुप्ता, गुरु प्रसाद चौरसिया, सिया राम निषाद, फूल सिंह पाल, नंदलाल मोर्य, महेश प्रताप पांडेय, अफसर खान, हरीश चंद्र मौर्य एड०, ज्ञान सिंह मौर्य आदि ने भी कांग्रेस को अलविदा कहते हुए उषा मौर्या के निर्णय को संबल प्रदान किया है।

नई योजनाएं लाने हेतु स्वावलंबी की मांग

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किशोर मोहन गुप्ता  कानपुर। राष्ट्रीय स्नातक महासंघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष/ प्रवक्ता संतोष तिवारी ने बताया की राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश पाण्डेय व प्रदेश अध्यक्ष संतोष सिंह ने लखनऊ में शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी से मिल कर वर्तमान मे आहूत विधानसभा सत्र में स्नातकों व वित्तविहीन शिक्षकों के लिए रोजगार व स्वरोजगार के लिए युवाओं के मुद्दे उठाने व उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए नई योजना लाये जाने पर सदन में चर्चा कराये जाने की बात की। आहूत विधानसभा सत्र में शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी ने राष्ट्रीय स्नातक महासंघ के पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि वे शिक्षित स्नातकों एवं शिक्षकों के मुद्दे पर सदन में अवश्य ही प्रश्न उठाएंगे और सरकार से अधिक से अधिक रोजगार दिए जाने एवं शिक्षित युवाओं को स्वावलंबी बनाए जाने हेतु नई योजनाएं लाने की मांग करेंगे।  

भौतिक सत्यापन के नाम पर अधिकारी व कर्मी का उत्पीड़न उचित नही -व्यापार मण्डल

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  उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन धीरज तिवारी  उन्नाव। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व सांसद पंडित श्यामबिहारी मिश्रा के निर्देशों के अनुरूप हम सभी व्यापारीगण आपको निम्नवत मांगों से सदंर्भित ज्ञापन दे रहें है जिनके निराकरण हेतु आपसे विनम्र अपेछा है। खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 20% में निहित प्रावधानों की आड़ में आये दिन व्यापारी उत्पीड़न का शिकार हो रहा है इसमे नकली व मिलावटी सामान बेचने वालों पर तो कार्यवाही किये जाने के नियम सही है किंतु पैक होकर आए माल पर एक्सपायरी तिथि, वजन, कीमल, पैक माल तैयार करने में उपयोग की गई सामग्री को लेकर फूटकर बिक्री करने वालों पर कार्यवाही कतई उचित नही है।  सम्बंधित विभाग द्वारा खाद्य लाइसेंस आजीवन अवधि के लिए दिये जाने चाहिए ताकि नवीनीकरण के नाम पर होने वाले भष्ट्राचार पर प्रभावी रोकथाम हो सके। खाद्य विभाग के लाइसेंस आन लाइन बनते हैं और हम उसकी प्राक्रिया भी करते है किंतु भौतिक सत्यापन के नाम पर अधिकारी व कर्मी निरन्तर उत्पीड़न करते है अतएव ऑनलाइन के बाद निर्धारित समय पर लाइसेंस निर्गत किया