संदेश

माँ के कदमों के नीचे जन्ऩत है...

  मातृ दिवस 12 मई 2019 पर विशेष लेख अगर धरती पर कहीं जन्ऩत है तो वह माँ के कदमों के नीचे है! (1) अगर धरती पर कहीं जन्नत है तो वह माँ के कदमों के नीचे है :- एक माँ के रूप में नारी का हृदय बहुत कोमल होता है। वह सभी की खुशहाली तथा सुरक्षित जीवन की कामना करती है। माँ, यह वह शब्द है जो किसी भी व्यक्ति के जीवन में सबसे ज्यादा अहमियत रखता है। ईश्वर सभी जगह उपस्थित नहीं रह सकता इसीलिए उसने धरती पर माँ का स्वरूप विकसित किया, जो हर परेशानी और हर मुश्किल घड़ी में अपने बच्चों का साथ देती है, उन्हें दुनियाँ के हर कष्टों से बचाती है। बच्चा जब जन्म लेता है तो सबसे पहले वह माँ बोलना ही सीखता है। माँ ही उसकी सबसे पहली दोस्त बनती है, जो उसके साथ खेलती भी है और उसे सही-गलत जैसी बातों से भी अवगत करवाती है। माँ के रूप में बच्चे को निःस्वार्थ प्रेम और त्याग की प्राप्ति होती है तो वहीं माँ बनना किसी भी महिला को पूर्णता प्रदान करता है। माता बच्चे की प्रथम पाठशाला है। 'महिला' शब्द का शाब्दिक अर्थ है 'मही' (पृथ्वी) को हिला देने वाली महिला। विश्व की वर्तमान उथल-पुथल शान्ति से ओतप्रोत नारी युग के आ

परिवारों की सहायता करने का एक सुअवसर ...वसुधैव कुटुम्बकम्

अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई पर विशेष संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल एसेम्बली ने दिनांक 20 सितम्बर 1993 को सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया है जिसमें सभी सदस्य देशों में प्रतिवर्ष 15 मई को 'अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस' के रूप में मनाने की बात स्वीकार की गयी है। संयुक्त राष्ट्र संघ का यह प्रयास सारे विश्व के परिवारों में पारिवारिक एकता तथा परिवार से संबंधित मूल्यों के महत्व की ओर ध्यान आकर्षित करता है। साथ ही परिवार की समस्याओं के समाधान के लिए उचित कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है। यह दिवस सभी देशों के परिवारों की सहायता करने का एक सुअवसर है। हमारा मानना है कि पारिवारिक एकता से ही वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा साकार होगी। एक आधुनिक स्कूल को अपने युग की समस्याओं तथा निम्न परिवारों से जुड़ा होना चाहिए :-  1. स्वयं के परिवार, 2. अपने स्कूल के अभिभावकों तथा टीचर्स के परिवार 3. राष्ट्र के परिवार तथा 4. विश्व परिवार से जुड़ा होना चाहिए। वसुधा किसी पराये का नहीं वरन् स्वयं हमारा अपना कुटुम्ब है। हमारा मानना है कि परिवार एक ईट के समान है। एक-एक ईट को जोड़कर विश्व रूपी भवन का निर्माण होता

शिक्षा से सामाजिक परिवर्तन सम्भव -डा0 जगदीश  गांधी

शिक्षा से सामाजिक परिवर्तन लाया जा सकता है :- विक्टर - एक आधुनिक शिक्षक का काम जंगलों को काटना नहीं बल्कि रेगिस्तान को सींचना है। मार्टिन लुथर किंग - सच्ची शिक्षा के दो लक्ष्य हैं एक बुद्धिमत्ता दूसरा चरित्र। सी. एस. लेविस - सिद्धांतों के बिना शिक्षा, एक मनुष्य को चालाक दैत्य बनाने जैसा है। मार्गरेट मीड - बच्चों को सिखाईये कि कैसे सोचा जाये, न कि क्या सोचा जाये। हेनरी फोर्ड - कोई भी, जिसने सीखना छोड़ दिया चाहे उसकी उम्र बीस साल हो या अस्सी साल वो बूढ़ा है। कोई भी जिसने ज्ञान प्राप्त करना जारी रखा हुआ है वो युवा है। विक्टर ह्यूगो - वो व्यक्ति जो एक विद्यालय खोलता है, एक कारावास बंद करता है। जिम रोहन - औपचारिक शिक्षा आपको जीवन यापन करने योग्य बनाती है उद्देश्यपूर्ण शिक्षा आपको सफल बनाती है। बान की मून, महासचिव, संयुक्त राष्ट्र संघ - शिक्षा का कार्य केवल लिखना पढ़ना और गणना कर लेना ही नहीं है, हमें ऐसी शिक्षा का विकास करना होगा, सकी मदद से एक शांतिपूर्ण और खुशहाल समाज का निर्माण हो सकें। महात्मा गांधी - बिना अपना आपा और आत्म विश्वास खोये, कुछ भी सुन सकने की योग्यता ही शिक्षा है। बच्चों की आज

प्रबन्धन की लापरवाही से कबतक सैकड़ों बिजली कर्मी शहीद होते रहेंगे?... अमिताभ सिन्हा

चित्र
बिजली मरम्मत में हुई आकस्मिक मौत में प्रबन्धन की लापरवाही का मामला सामने आया....सुहेल आबिद  वाराणसी | ३३/११ के० वी० सब-स्टेशन, करसड़ा उपकेन्द्र, वाराणसी में तैनात संविदा कर्मी राजेश मौर्य की अखरी ग्राम में बिजली मरम्मत करते वक्त हुई आकस्मिक मौत से उ० प्र० बिजली मजदूर संगठन के प्रांतीय महामंत्री सुहेल आबिद ने अफ़सोस जताया और प्रबन्धन की लापरवाही का आरोप लगाया| उन्होने प्रबन्धन पर आरोप लगाते हुए कहा की संगठन के बार बार चेतावनी देने के बावजूद प्रबंधन बिजली कर्मियों मुख्यतः संविदा कर्मियों की सुरक्षा व्य्वस्था में लगातार हील हवाली कर रही है | ३३/११ के० वी० सब-स्टेशन, करसड़ा उपकेन्द्र, वाराणसी में तैनात संविदा कर्मी राजेश मौर्य की अखरी ग्राम में बिजली मरम्मत करते वक्त हुई आकस्मिक मौत... युवा इकाई के महामन्त्री अमिताभ सिन्हा ने कहा की आख़िर कब तक प्रबन्धन की लापरवाही की वजह से सैकड़ों बिजली कर्मी शहीद होते रहेंगे? सेना के बाद हमारे बिजली कर्मी हर महीने २-४ की तादात में शहीद हो रहे है और प्रबंधन इस पर कोई धयान नहीं दे रहा |   संगठन ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रबंधन ने बिजली कर्मियो

संविधान की रक्षा एवं विश्व शांति के लिए प्रतिबद्व ... अविनाश कुशवाहा

चित्र
मनोज मौर्य आजमगढ़ | चकवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती के अवसर पर जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में अविनाश कुशवाहा पूर्व विधायक ने संविधान की रक्षा एवं विश्व शांति के लिए आवाहन किया|   चकवर्ती सम्राट अशोक महान की जयंती समारोह पर अविनाश कुशवाहा पूर्व विधायक, सम्बोधित करते हुए... इस अवसर पर पूर्व संसद बलिहारी बाबू, पूर्व मंत्री, दुर्गा यादव, रामदुलार राजभर, राजेश कुशवाहा एवं डॉ आर के गौतम आदि गणमान्य लोग उपस्थिति रहे |

धूम धाम से मनाई अशोक महान एवं महात्मा ज्योतिबाराव फूले की जयंती

चित्र
  कार्यालय संवाददाता लखनऊ | अशोकाअष्ठमी को मौर्य उत्थान समिति, गोमतीनगर, लखनऊ द्वारा चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान की २३२३ जयंती एवं शिक्षा के जनक महात्मा ज्योतिबाराव फूले के जयंती बड़ी धूम धाम से मनाई गई | इस अवसर पर प्रकाश बाल  विद्या मंदिर विशाल खंड, गोमतीनगर में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ जय सिंह, आर के वर्मा, मधुसुधन कुशवाहा, राम कुमार मौर्य , सुनील कुमार मौर्य, मिश्री लाल मौर्य, कमलेश कुमार मौर्य, आर डी मौर्य आदि लोगों ने सम्राट अशोक महान एवं महात्मा ज्योतिबाराव फूले के वयक्तित्व पर प्रकाश डाला |

नगर निगम का होली मिलन समारोह धूम धाम से मनाया गया...

चित्र
कार्यालय संवाददाता  लखनऊ | नगर निगम आर आर, लखनऊ का होली मिलन समारोह धूम धाम से मनाया गया| म्यूजिकल ग्रुप द्वारा रंगारंग कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया |  इस अवसर पर महापौर संयुक्ता भाटिया, राम नगीना त्रिपाठी, फोर मैन रामराज, सुपरवाइज़र रविंद्र प्रताप सिंह, कर्मचारी के प्रेजिडेंट शैलेन्द्र तिवारी, महामंत्री राकेश तिवारी एवं अन्य  गणमान्य वयक्ति उपस्थिति रहे |